नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस (CDS) जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि 2020 के अंत तक पहली ज्वाइंट एयर डिफेंस कमांड बनकर तैयार हो जाएगी. इसके अलावा ज्वाइंट ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक कमांड की स्थापना भी की जाएगी. दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में रावत ने कहा कि एयर डिफेंस कमांड का स्ट्रक्चर और उसकी जिम्मेदारियां तैयार कर ली गई हैं.
उन्होंने कहा कि ग्वालियर भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण का बेस होगा. फिलहाग मुंबई, गुवाहाटी और अंदमान वायुसेना के प्रशिक्षण का बेस है.
CDS रावत ने कहा कि भारतीय वायुसेना, भारतीय एयर डिफेंस कमांड के अधीन आएगी. लंबी दूरी की सभी मिसाइलें और एयर डिफेंस से जुड़ी संपत्ति इसके दायरे में आएंगी. उन्होंने कहा कि भारत जम्मू-कश्मीर में अलग ‘थिएटर कमांड' स्थापित करने की योजना बना रहा है. भारतीय नौसेना के वेस्टर्न और इस्टर्न कमांड को एक कर विलय ‘पेनिसुलर कमांड' बनाया जाएगा.
ये वीडियो भी देखें: