Mamata Banerjee ने केंद्र पर लगाया कोरोना टीका नहीं देने का आरोप, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से सच आया सामने
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कुल 52.90 लाख डोज दी गई है. राज्य सरकार ने इसमें से टीकाकरण अभियान के दौरान 30.89 लाख डोज इस्तेमाल किए हैं, जबकि 22.01 लाख कोरोना टीके के डोज अभी भी बचे हुए हैं.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) को लेकर चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने केंद्र सरकार पर जरूरत के हिसाब से राज्य को कोरोना वैक्सीन नहीं देने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी के इस आरोप को केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है.
'पश्चिम बंगाल के पास अभी भी 22.01 लाख डोज मौजूद'
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के आरोप के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कुल 52.90 लाख डोज दी गई है. राज्य सरकार ने इसमें से टीकाकरण अभियान के दौरान 30.89 लाख डोज इस्तेमाल किए हैं, जबकि 22.01 लाख कोरोना टीके के डोज अभी भी बचे हुए हैं. सूत्रों के अनुसार यह आंकड़े 17 मार्च सुबह 8 बजे तक के हैं. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है.
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ममता ने लगाया था कोरोना वैक्सीन नहीं देने का आरोप
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को झारग्राम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर पर्याप्त संख्या में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के डोज उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने रैली में आरोप लगाया कि वह राज्य के लोगों का मुफ्त कोविड-19 टीकाकरण चाहती हैं, लेकिन केंद्र सरकार उन्हें ऐसा नहीं करने दे रही है.
पीएम की बैठक में ममता बनर्जी नहीं हुईं शामिल
देश के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शामिल नहीं हुईं. राज्य सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी बैठक में शामिल नहीं हो सकीं, क्योंकि वह राज्य चुनावों के लिए प्रचार अभियान में व्यस्त थीं. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बैठक में राज्य के मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय शामिल हुए और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 टीके की अधिक खुराकों की आवश्यकता का मुद्दा उठाया.