Farmers Protest: 'आप' सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि हमने हमेशा किसानों का समर्थन किया है और आगे भी करेंगे. लेकिन आज बॉर्डर बंद होने के कारण ऐसा माहौल बना हुआ है कि जो इंडस्ट्री यहां थी, वह भी पंजाब से जा रही है.
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Farmers Protest: 'आप' सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि हमने हमेशा किसानों का समर्थन किया है और आगे भी करेंगे. लेकिन आज बॉर्डर बंद होने के कारण ऐसा माहौल बना हुआ है कि जो इंडस्ट्री यहां थी, वह भी पंजाब से जा रही है. इसलिए किसानों से निवेदन किया था कि आप एक तरफ का बॉर्डर खोल दें क्योंकि इससे दिल्ली में बैठी भाजपा सरकार को कोई नुकसान नहीं होने वाला है. जबकि इससे सीधा नुकसान पंजाब को हो रहा है और पंजाब सरकार का भी सैकड़ों करोड़ राजस्व का नुकसान हो रहा है और इंडस्ट्री भी पंजाब से जा रही है.
पंजाब सरकार लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रही
उन्होंने कहा कि पहले बेरोजगारी के कारण नौजवान नशों में फंस गए थे. पिछले 20-22 सालों में पंजाब में बेरोज़गारी बहुत बढ़ गई थी. सरकारी नौकरियां भी कम निकाली गई. इसके चलते उनकी ऊर्जा सही दिशा में नहीं लग पाई और वे नशों की ओर चले गए. मीत हेयर ने कहा कि आज पंजाब सरकार लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जो ड्रग तस्कर थे, वे आज या तो जेल में हैं या पंजाब छोड़कर भाग रहे हैं और जो नौजवान नशे के जाल में फंस चुके थे, उन्हें इससे बाहर निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इंडस्ट्री ने की ओर ध्यान नहीं दिया. उनके नेता व्यापार में हिस्से की मांग करते थे. इसलिए उद्योग व्यापार राज्य से बाहर चले गए. अब आम आदमी पार्टी की सरकार नौजवानों को रोजगार दे रही है और इसके लिए उद्योग को भी बढ़ावा दे रही है क्योंकि यह आज की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नौजवानों को रोज़गार देने के लिए पंजाब में इंडस्ट्री लगना और निवेश होना जरूरी है.
मैं खुद किसान परिवार से हूं..
'आप' सांसद ने कहा कि आज पंजाब बहुत पीछे चला गया है. 2003 तक पंजाब देश की जीडीपी में सबसे अधिक योगदान देने वाले राज्यों में से एक था, जबकि आज हम 19वें नंबर पर चले गए हैं. इसका स्पष्ट मतलब यह है कि हमारी अर्थव्यवस्था गलत दिशा में जा रही है. उन्होंने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था तभी मजबूत होगी जब यहां नई इंडस्ट्री आएगी और लोगों को रोजगार मिलेगा. मीत हेयर ने कहा कि मैं खुद किसान परिवार से हूं, इसलिए हमने हमेशा उनका समर्थन किया है. इसलिए मेरी किसान भाइयों से अपील है कि हम धरना-प्रदर्शन वहां करें, जहां केंद्र सरकार को नुकसान हो. यहां का बॉर्डर बंद करके सिर्फ पंजाब को ही नुकसान होगा. इससे केंद्र सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा जबकि यह सारा मसला केंद्र से संबंधित है.
कैबिनेट मंत्री लालजीत भुल्लर ने कहा..
आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने किसानों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया और कहा कि ये सभी मांगें केंद्र से जुड़ी हुई हैं, इसलिए हमें मिलकर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचानी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई केंद्र से है, लेकिन सड़कें पंजाब की बंद है. इससे पंजाब का विकास रुक रहा है और आर्थिक दिक्कतें उत्पन्न हो रही है. लालजीत भुल्लर ने कहा कि पंजाब के हाईवे और सड़कों को रोकना इसका समाधान नहीं है. हमारे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी बातचीत करने और समाधान निकालने के लिए प्रयास किया है. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमें आपस में नहीं लड़ना चाहिए इससे हमारे विरोधी मजबूत होंगे.
यह लड़ाई सिर्फ आपकी नहीं..
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के लोगों, व्यापारियों और किसानों का हमेशा साथ दिया है. मैं खुद एक किसान हूं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपके हर फैसले के साथ है. मेरी सभी किसान जत्थेबंदियों से हाथ जोड़कर विनती है कि हम सब एक मंच पर इकट्ठे हों. यह लड़ाई सिर्फ आपकी नहीं है. यह पंजाब और पंजाबी अस्मिता की लड़ाई है. मैं फिर से विनती करता हूं कि पहले की तरह सभी किसान जत्थेबंदियां एक मंच पर आएं और एकजुट होकर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचाएं. जैसा कि 2020 में हमने किया था. उस समय हमने मिलकर केंद्र सरकार से काले कानून रद्द करवाए थे. लालजीत भुल्लर ने ऐलान किया कि मैं अपने सारे पद छोड़कर किसानों के साथ धरना देने को तैयार हूं क्यों मैं खुद एक किसान हूं. 2020 से पहले मैं इंदरजीत सिंह कोट बुद्धा किसान यूनियन का सदस्य था. उन्होंने कहा कि किसान जत्थेबंदियां मुझे दिल्ली में जगह बताएं, मैं उनके साथ केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठूंगा.
अपना सारा पद छोड़ने को तैयार
भुल्लर ने कहा कि यह मसला तभी हल हो सकता है जब हम साथ मिलकर अपना मसला दिल्ली की केंद्र सरकार के सामने रखेंगे. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके साथ चलूंगा और धरने पर बैठूंगा. कई भाई कहते हैं कि आप दिल्ली जाकर नहीं बैठेंगे. किसानों के लिए मैं अपना सारा पद और निजी स्वार्थ छोड़ने को तैयार हूं.