N Chandrababu Naidu News: जिस दक्षिण भारत में कभी हिंदी को अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा समझा जाता था. अब वही हिंदी के साथ तालमेल कर आगे बढ़ने को तैयार होता दिख रहा है. आंध्र प्रदेश में आज सीएम चंद्रबाबू नायडू ने हिंदी में भाषण दिया, जिसके मायने आपको समझने चाहिए.
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Chandrababu Naidu Speech in Hindi: यह वही दक्षिण है, जिसने कभी ‘हिंदी थोपने’ के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन देखे थे. तमिलनाडु से लेकर आंध्र तक, 60 और 70 के दशक में 'हिंदी हमारी पहचान छीन रही है' जैसी भावनाएं गहराई तक फैली थीं. लेकिन अब वही दक्षिण, हिंदी में बोलकर राष्ट्रीय राजनीति के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश कर रहा है. ऐसा ही नजारा गुरुवार को आंध्र प्रदेश के कुरनूल में दिखा. जब मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तेलुगु में बोलते-बोलते अचानक हिंदी में बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने बिहार असेंबली चुनाव पर भी बड़ी बात कही, जिसके सियासी मायने आपको समझने चाहिए.
हिंदी में भाषण देकर छा गए नायडू
असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कुरनूल में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे थे. इस दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मंच से पीएम मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने न केवल हिंदी में भाषण देकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा बल्कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया.
By speaking in such good Hindi about the NDA’s prospects in Bihar, Chandrababu Naidu Garu has not only won the hearts of several NDA Karyakartas across Bihar but also shown a deep commitment to ‘Ek Bharat Shreshtha Bharat.’ @ncbn pic.twitter.com/7MA0ljKnaC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2025
'बिहार में एनडीए की जीत होगी'
उन्होंने हिंदी में भाषण देते हुए कहा, 'हम सब श्रीशैलम श्री भ्रमरम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी से प्रार्थना करते हैं कि वे पीएम मोदी को देश की निरंतर प्रगति करने की शक्ति दें और हमारा विकसित भारत का सपना पूरा करें. उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि बिहार में एनडीए की जीत होगी और इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी की विजय यात्रा आगे बढ़ती रहेगी.'
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश गौरव और समृद्ध संस्कृति की भूमि है. यह विज्ञान और नवाचार का केंद्र भी है. इस राज्य में असीम संभावनाएं और अपार क्षमताएं हैं. आंध्र को सही दृष्टिकोण की आवश्यकता थी. चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण के नेतृत्व में राज्य को अब वह दृष्टिकोण और केंद्र सरकार का समर्थन दोनों प्राप्त हैं.
2047 तक भारत विकसित होकर रहेगा- पीएम मोदी
उन्होंने आगे कहा कि 2047 में आजादी के जब 100 साल होंगे, तब 'विकसित भारत' होकर रहेगा. मैं विश्वास से कहता हूं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की होने वाली है. 21वीं सदी 140 करोड़ हिंदुस्तानियों की सदी होने वाली है. आंध्र प्रदेश विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. डबल इंजन वाली सरकार की ताकत से राज्य अभूतपूर्व विकास का गवाह बन रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सड़क, बिजली, रेलवे, राजमार्ग और व्यापार से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है. इन पहलों से उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और लोगों का जीवन आसान होगा. इन परियोजनाओं से कुरनूल और आसपास के क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा. मैं इन विकासों के लिए कुरनूल और पूरे राज्य के लोगों को बधाई देता हूं.
तो यह सिर्फ बिहार का जिक्र नहीं था, बल्कि यह भाजपा के राष्ट्रीय राजनीतिक नैरेटिव के साथ खुद को जोड़ने का बयान था.
हिंदी, विकास और सत्ता की राजनीति
बताते चलें कि एन चंद्रबाबू नायडू की पार्टी लंबे समय से 'विकास' की राजनीति पर चलती आई है. लेकिन राजनीति अब केवल योजनाओं की नहीं, भाषा और प्रतीकवाद की भी हो चुकी है. हिंदी में बोलना, मोदी के साथ मंच साझा करना और बिहार चुनाव की बात करना - यह सब अपने वोट बैंक को संदेश देने का एक सोचा-समझा प्रयास है.
जिस हिंदी का विरोध कभी पहचान बचाने के लिए किया गया था, अब वही हिंदी राष्ट्रीय मंच पर राजनीतिक एकता का प्रतीक बन रही है. नायडू का यह भाषण दक्षिण की राजनीतिक संस्कृति में बदलाव की गवाही देता है. जहां अब 'हिंदी विरोध' नहीं, बल्कि 'हिंदी में अपनी बात कहकर सत्ता में हिस्सेदारी' की चाह दिख रही है.