डार्विन सिद्धांत को अवैज्ञानिक बताने वाले केंद्रीय मंत्री को प्रकाश जावड़ेकर की सलाह, ऐसा बयान देने से बचें
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डार्विन सिद्धांत को अवैज्ञानिक बताने वाले केंद्रीय मंत्री को प्रकाश जावड़ेकर की सलाह, ऐसा बयान देने से बचें

जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रालय में राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह से इस बारे में चर्चा की है और उनसे ऐसी टिप्पणी करने से बचने को कहा है.

केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: उत्पत्ति पर चार्ल्स डार्विन के सिद्धांत को वैज्ञानिक रूप से गलत बताने वाले केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह को ऐसी टिप्पणी करने से बचने को कहा गया है. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने कनिष्ठ मंत्री को यह सलाह दी है. जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रालय में राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह से इस बारे में चर्चा की है और उनसे ऐसी टिप्पणी करने से बचने को कहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने राज्य मंत्री को सलाह दी कि हमें विज्ञान को कमतर करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.

  1. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने चार्ल्स डार्विन के सिद्धांत को बताया था अवैज्ञानिक.
  2. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल अपने बयान पर कायम.
  3. मंत्री सत्यपाल के डार्विन विरोधी बयान से भारतीय वैज्ञानिक असहमत.

एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डार्विन के सिद्धांत को गलत साबित करने के लिये हमारी ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित करने की कोई योजना नहीं है. जावड़ेकर ने कहा कि यह वैज्ञानिकों के अधिकार क्षेत्र का विषय है और उन्हें देश की प्रगति के लिये काम करने की पूरी छूट होनी चाहिए. हमें वैज्ञानिकों के प्रयासों पर पूरा भरोसा है. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने हाल ही में मानव की उत्पत्ति पर चार्ल्स डार्विन के सिद्धांत को 'वैज्ञानिक रूप से गलत' बताया था.

केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह का दावा, डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत

मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सिंह ने कहा था कि हमारे पूर्वजों ने कभी किसी कपि के इंसान बनने का उल्लेख नहीं किया है.' उन्होंने कल संवाददाताओं से बातचीत में कहा था '(इंसानों के विकास संबंधी) चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत है. एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा था कि हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में कपि को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया था.

केंद्रीय मंत्री सत्यपाल अपने बयान पर कायम
उधर, सत्यपाल ने 22 जनवरी को आईआईटी गुवाहाटी में एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘मैं अपने बयान पर पूरी तरह कायम हूं कि क्रमिक विकास का चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से सही नहीं है. सिद्धांत के समर्थन में मुश्किल से ही कोई तथ्य है. विश्व के महान वैज्ञानिकों ने कहा है कि विश्व में ऐसा कोई सबूत नहीं है जो क्रमिक विकास के सिद्धांत को सही साबित करे.’ 

जानें, आखिर क्या है डार्विन का सिद्धांत, जिस पर मचा है बवाल

यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र पाठ्य पुस्तकों से डार्विन के सिद्धांत को हटाएगा, मंत्री ने कहा, ‘मैं प्रस्ताव करता हूं, यदि मानव संसाधन विकास मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन प्रायोजित करने को तैयार हो जिसमें कि यह पता चल सके कि सही और तथ्यात्मक क्या है और वह स्कूल तथा कालेजों में पढ़ाया जाना चाहिए.’

भारतीय वैज्ञानिक मंत्री के डार्विन विरोधी बयान से असहमत
केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह द्वारा चार्ल्स डार्विन की मनुष्य की उत्पत्ति से जुड़े सिद्धांत पर की गई टिप्पणी पर भारतीय वैज्ञानिकों ने असहमति जताई है. मंत्री ने डार्विन की इस थ्योरी को ‘वैज्ञानिक तरीके से गलत’बताया था, जिसपर भारतीय वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने यह बयान बिनी किसी वैज्ञानिक आधार के दिया है. इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने मंत्री की उस मांग पर भी विरोध जताया है जिसमें स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में बदलाव किए जाने की बात कही गई है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि ऐसा कोई भी कदम पीछे की ओर ले जाने वाला कदम होगा. 

(इनपुट एजेंसी से भी)

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