'सुप्रीम' विवाद: कोर्ट स्टाफ को बाहर निकालकर जजों ने की चाय पर चर्चा, AG बोले अब सब कुछ सामान्य
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'सुप्रीम' विवाद: कोर्ट स्टाफ को बाहर निकालकर जजों ने की चाय पर चर्चा, AG बोले अब सब कुछ सामान्य

रिपोर्ट्स की मानें तो जजों के काम पर लौटने के बारे में अटॉर्नी जनरल एजी वेणुगोपाल ने कहा है कि अब कोई विवाद नहीं है.

बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने जजों के विवाद को सुलझाने की पहल की थी (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट के आंतरिक मसलों को मीडिया के सामने लेकर आए चारों जज सोमवार को सीजेआई के साथ एक बार फिर लाउंज में नजर आए. चारों जजों ने सुप्रीम कोर्ट ने बाकि जज और सीजेआई के साथ चाय पर चर्चा की. जिस वक्त सुप्रीम कोर्ट के जज चाय पर चर्चा कर रहे थे, उस वक्त कोर्ट से बाकि स्टॉफ को बाहर निकाल दिया गया.मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जजों के काम पर लौटने के बारे में अटॉर्नी जनरल एजी वेणुगोपाल ने कहा है कि अब कोई विवाद नहीं है. जजों के बीच सब कुछ अबह पहले ही तरह के सामान्य हो गया है, सोमवार को सप्रीम कोर्ट में सभी जजों के बीच एक अनौपचारिक बैठक हुई है. आम दिनों में सुप्रीम कोर्ट में काम 10.30 पर शुरू हो जाता है लेकिन सोमवार को जजों की अनौपचारिक बैठक के कारण काम 10 मिनट देरी से शुरू हुआ.

  1. सभी जज सोमवार सुबह एक बार फिर लाउंज में इकट्ठा हुए.
  2. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में काम 10 मिनट देरी से शुरू हुआ.
  3. अटॉर्नी जनरल ने कहा- अब जजों के बीच कोई विवाद नहीं है.

चीफ जसिस्टस पर उठाए थे सवाल
पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के चार सुप्रीम कोर्ट के न्‍यायाधीश जे. चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, मदन लोकुर और कुरियन जोसफ ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मीडिया से बातचीत की थी. चारों जजों ने मीडिया के सामने आकर कोर्ट प्रशासन और चीफ जस्टिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए थे. बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस मुद्दे को सुलझाने की पहल की है. शनिवार शाम बार काउंसिल ने एक बैठक कर सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों से मिलने का फैसला किया. सभी जजों से चर्चा के बाद काउंसिल के पदाधिकारी उन चारों जजों से भी मुलाकात करेंगे जिन्होंने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाया था. 

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न्यायपालिका का आंतरिक मामला
जजों के इस विरोधाभास के बाद  सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने कहा था कि वह नहीं चाहते कि ऐसे मामले सार्वजनिक रूप से हल नही किए जाने चाहिए. यह न्यायपालिका का आंतरिक मामला है और आपस में ही इसे सुझाना चाहिए. बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने इस संकट पर चर्चा करने के लिए सात सदस्यीय दल का गठन किया है. ये सात सदस्य सभी जजों से मुलाकात कर बीच का रास्ता खोजेंगे.

पीएम मोदी ने लिया संज्ञान
जजों ने आरोप लगाया था कि सुप्रीम कोर्ट में उन्हीं की बात नहीं सुनी जाती है. इस मामले को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान में लिया है. शनिवार की सुबह प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने सीजेआई दीपक मिश्रा से उनके निवास पर मुलाकात की थी. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा.रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को CJI दीपक मिश्रा चारों जजों से मुलाकात करने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही सभी अपने काम पर लौट गए.

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