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नई दिल्ली: भारत के साथ जारी सीमा विवाद के बीच चीन (China) सुधरने को राजी नहीं है. सीमा पार से आई खबरों के मुताबिक बीजिंग के सैनिकों ने भारतीय सीमा से सटे इलाके में एक लाइव फायर ड्रिल का आयोजन किया. चीन की सरकारी मीडिया की ने इस खबर की पुष्टि की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 'चीनी सैनिकों ने खासतौर से ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए बनाए गए खास हथियारों का परीक्षण किया है. ये सैन्य ड्रिल (Precision Strike Drills) काराकोरम की पहाड़ियों (Karakoram mountains) पर हुई. भारत (India) से लगती सीमा पर आधारभूत ढांचे में सुधार हो रहा है. इस सिलसिले में फाइटर जेट H-6K Bomber को Xinjiang के पास Kashgar में तैनात किया गया है.'
आपको बता दें कि ये वही इलाका है जो चीनी सेना यानी पीएलए (PLA) की Western Theatre Command से ताल्लुक रखता है.
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इस बीच भारत के विदेश मंत्री जयशंकर (Jai Shankar) का कहना है कि ऐसे फैसलों से भारत-चीन संबंधों (India-China Relations) में और ज्यादा खटास आएगी. इस साल की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख से लगती सीमा पर चीन ने युद्ध के खतरे को कम करने के लिए कदम उठाए थे. जबकि भारतीय सेना ने आधिकारिक रूप से लगातार कहती रही है कि चीन ने एलएसी (LAC) से लगी अपनी सीमा को लगातार मजबूत कर रहा है.
पिछले साल (2020) जून में गलवान घाटी (Galwan Valley) में दोनों सेनाओं के बीच हुए संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 4 जवान मारे गए. हालांकि कुछ रिपोर्ट का दावा है कि चीनी सेना के इससे कहीं ज्यादा जवान मारे गए.
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अमेरिका रक्षा विभाग (US Department of Defence) की रिपोर्ट की मानें तो भारत के साथ सीमा विवाद और कोविड महामारी के बावजूद चीनी सेना (PLA) पिछले कुछ साल में अपनी ट्रेनिंग और क्षेत्ररक्षण को बढ़ाने में लगी है. अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट बताती है कि चाइना की Western Theatre Command भारत के बड़े हिस्से की निगरानी करती है.
भारतीय आर्मी चीफ (India Army chief) जनरल एम. एम. नरवाने ने जोर देकर कहा था कि पूरी तरह से विघटन के बिना कोई डी-एस्केलेशन नहीं हो सकता यहां तक कि भारतीय सेनाएं चीन को दृढ़ तरीके से संभाल रही थीं.
भारतीय आर्मी चीफ ने कहा था कि सेना को आशंकाओं के लिए तैयार किया गया था, जब यह किसी तरह के क्षेत्र के नुकसान या यथास्थिति में एकतरफा परिवर्तन" की अनुमति नहीं देगा.