Ladakh border News: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ‘मैं बताना चाहता हूं कि मेरे (पिछले) बयान (संसद में) में इसका उल्लेख किया गया था कि दोनों देशों के बीच बनी सहमति में यह परिकल्पना की गई थी कि भारतीय सुरक्षा बल डेपसांग में सभी गश्ती स्थलों पर जाएंगे और पूर्व की सीमा तक भी जाएंगे जो ऐतिहासिक रूप से हमारी गश्ती सीमा रही है.’
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Ladakh border News: भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बनी सहमति की खबरों के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डेपसांग के आस-पास की सेक्योरिटी को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. LAC को लेकर जयशंकर ने साफ कर दिया है कि भारतीय सुरक्षा बल लद्दाख के डेपसांग में सभी गश्ती स्थलों तक बेरोकटोक जाएंगे. उन्होंने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि चीन के साथ हुए सुरक्षा बलों के पीछे हटने के समझौता का आखिरी हिस्सा डेपसांग और डेमचोक से जुड़ा है.
'डेपसांग में हर जगह मूवमेंट'
जयशंकर ने कहा, ‘मैं बताना चाहता हूं कि मेरे (पिछले) बयान (संसद में) में इसका उल्लेख किया गया था कि दोनों देशों के बीच बनी सहमति में यह परिकल्पना की गई थी कि भारतीय सुरक्षा बल डेपसांग में सभी गश्ती स्थलों पर जाएंगे और पूर्व की सीमा तक भी जाएंगे जो ऐतिहासिक रूप से हमारी गश्ती सीमा रही है.’
उन्होंने कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के पूरक प्रश्न के उत्तर में भारत-चीन समझौते का उल्लेख करते हुए कहा, ‘उन समझौतों में कुछ प्रावधान भी थे जहां दोनों पक्ष अस्थायी आधार पर खुद पर कुछ प्रतिबंध लगाने पर सहमत हुए थे. इसलिए मुझे लगता है कि उस बयान में स्थिति बहुत स्पष्ट है. मैं माननीय सदस्य से उस बयान को दोबारा पढ़ने का आग्रह करूंगा.’
म्यांमार बॉर्डर पर सरकार का बड़ा फैसला
वहीं म्यांमार को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश में बेहद अशांत परिस्थितियों के कारण, भारत को ‘फ्री मूवमेंट रिजीम’ (FMR) की समीक्षा करनी पड़ी, जो भारत-म्यांमार सीमा के करीब रहने वाले लोगों को बिना किसी दस्तावेज के एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किलोमीटर तक जाने की अनुमति देता है. (इनपुट: भाषा)