लौह पुरुष और देश के पहले उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल (Deputy Prime Minister Sardar Vallabhbhai Patel) की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसकी ऊंचाई 182 मीटर (597 फीट) है. यह प्रतिमा सरदार सरोवर बांध (Sardar Sarovar Dam) के सामने स्थित है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का परिसर 7 ऑपरेशनल गेट और एक इमरजेंसी गेट के साथ 23 एकड़ में फैला हुआ है.
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नई दिल्ली: गुजरात (Gujrat) के नर्मदा जिले के केवडिया में बनी 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' (Statue of unity) की सुरक्षा का जिम्मा अब से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने संभाल लिया है. इसकी सुरक्षा के लिए 352 जवानों की स्वीकृति दी गई है लेकिन अभी 272 जवानों के साथ व्यवस्था संभाल ली गई है. सीआईएसएफ (CISF) की यह इकाई एक डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी की देखरेख में इस प्रतिमा को चौबीसों घंटे सशस्त्र सुरक्षा कवच देगी.
सीआईएसएफ कई महत्वपूर्ण जगहों पर सुरक्षा कवर प्रदान करती है. स्टैव्यू ऑफ यूनिटी को सुरक्षा देने के साथ सीआईएसएफ द्वारा दिए जाने वाले सुरक्षा कवर की संख्या बढ़कर 350 हो गई है.
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लौह पुरुष और देश के पहले उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसकी ऊंचाई 182 मीटर (597 फीट) है. यह प्रतिमा सरदार सरोवर बांध के सामने स्थित है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का परिसर 7 ऑपरेशनल गेट और एक इमरजेंसी गेट के साथ 23 एकड़ में फैला हुआ है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of unity) के महत्व और प्रमुखता के कारण इसे लगातार असामाजिक तत्वों से खतरा रहता है. नुकसान पहुंचाए जाने और आतंकवादी गतिविधियों को लेकर यह अतिसंवेदनशील है. इसी के मद्देनजर यहां सीआईएसएफ की सुरक्षा लगाई गई है. (इनपुट आईएएनएस)