ई-कॉमर्स कंपनियों से टाईअप के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले : SBI
Advertisement

ई-कॉमर्स कंपनियों से टाईअप के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले : SBI

आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण के लिए एसबीआई ने स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, अमेजन और एप आधारित टैक्सी सेवाएं देने वाली ओला के साथ गठजोड किया था जिससे उनके वेंडरों को कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जा सके.

(फाइल फोटो)

मुंबई: देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा है कि स्नैपडील और फ्लिपकार्ट जैसी विभिन्न ई-कामर्स कंपनियों से गठजोड़़ के वांछित नतीजे नहीं मिले हैं, ऐसे में वह अपनी रणनीति पर नए सिरे से काम कर रहा है. आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण के लिए एसबीआई ने स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, अमेजन और एप आधारित टैक्सी सेवाएं देने वाली ओला के साथ गठजोड़ किया था जिससे उनके वेंडरों को कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जा सके.

  1. एसबीआई ने स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, अमेजन, ओला के साथ गठजोड़ किया था 
  2. कई बार आप निवेश करते हैं लेकिन तत्काल नतीजे नहीं मिलते : एसबीआई चेयरमैन
  3. बैंक के पास प्रौद्योगिकी होने के बावजूद मात्रा के हिसाब से अधिक हासिल नहीं हुआ है : एसबीआई चेयरमैन

'परिणाम उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं'
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा, 'कई बार आप निवेश करते हैं लेकिन तत्काल नतीजे नहीं मिलते. हमने फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और ओला से गठजोड़ किया है, लेकिन परिणाम हमारी उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं' उन्होंने कहा कि बैंक के पास प्रौद्योगिकी होने के बावजूद मात्रा के हिसाब से अधिक हासिल नहीं हुआ है. कई बार ये ई कामर्स कंपनियां खुद ही वेंडरों को वित्तपोषण उपलब्ध करा देती हैं जिससे हमारे बैंक के कारोबार पर असर पड़ता है. उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में लेनदेन बढ़ेगा. पिछले साल बैंक ने डिजिटल मंच योनो पेश किया था. इसमें बैंक और उसकी अनुषंगियों की सभी वित्तीय सेवाएं एक एप के जरिए उपलब्ध थीं.

एसबीआई अपने ब्रिटिश कारोबार का पुनर्गठन करेगा
देश का सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अप्रैल से अपने ब्रिटिश कारोबार का व्यापक पुनर्गठन करेगा. एसबीआई एक अप्रैल से अपने ब्रिटिश परिचालन को अपनी सहायक इकाई स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यूके लिमिटेड में बदल देगा. यह बैंक ऑफ इंग्लैंड के प्रा़वधानों के अनुपालन के तहत किया जा रहा है. इस कदम से ब्रिटेन में एसबीआई की सभी खुदरा शाखाएं ब्रिटेन में गठित एक नये बैंक के तहत आ जाएंगी. पहले इन्हें भारतीय निकाय की विदेशी शाखा का दर्जा प्राप्त था.

भर्ती परीक्षा में शून्य नंबर लाने वालों को भी क्लर्क-PO की नौकरी देगा भारतीय स्टेट बैंक!

एसबीआई के क्षेत्रीय प्रमुख (यूके) संजीव चड्ढा ने कहा, ‘‘इससे कोई विशेष बदलाव नहीं आएगा बस नाम बदलकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यूके लिमिटेड हो जाएगा. लंदन में स्थित सात शाखाओं समेत ब्रिटेन स्थित हमारी सभी 12 शाखाएं अब एसबीआई यूके लिमिटेड की शाखाएं हो जाएंगी. इसके अलावा अगर हम रोजाना की गतिविधियों की बात करें तो उसमें कोई बदलाव नहीं होगा.’उन्होंने कहा कि उपभोक्ता डेबिट कार्ड एवं अन्य बैंकिंग सेवाओं का पहले की ही तरह इस्तेमाल कर सकेंगे. इस कदम से बैंक के परिचालन में रणनीतिक बदलाव होगा और ब्रिटेन के बाजार पर बेहतर ध्यान दिया जा सकेगा. चड्ढा ने कहा, ‘‘हम ब्रिटेन में अधिक कारोबार करने पर ध्यान देंगे और ब्रिटिश बाजार के लिए डिजायन किये गये उत्पादों का विस्तार करेंगे.’’ 

(इनपुट - भाषा)

Trending news