जम्मू कश्मीर पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने बुलाई CWC की मीटिंग, राहुल-सोनिया भी रहेंगे मौजूद
Advertisement

जम्मू कश्मीर पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने बुलाई CWC की मीटिंग, राहुल-सोनिया भी रहेंगे मौजूद

जम्मू कश्मीर मामले पर कांग्रेस (Congress) ने CWC की बैठक बुलाई है. मंगलवार शाम 7.30 बजे CWC की बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि यह बैठक AICC में होगी. सोनिया राहुल भी बैठक में मौजूद रहेंगे. जम्मू कश्मीर बिल और 370 के पास होने के बाद के हालात पर चर्चा होगी.

जम्मू कश्मीर पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने CWC की बैठक बुलाई. फाइल तस्वीर

नई दिल्ली: अनुच्छेद-370 (Article 370) को रद्द करने और जम्मू-कश्मीर के विभाजन के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) पार्टी के नेता बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं. एक ओर जहां लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस (Congress) इस फैसले का विरोध कर रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के कई नेता इस फैसले के पक्ष में बोल रहे हैं. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस विचार का विरोध किया है. जम्मू कश्मीर मामले पर कांग्रेस (Congress) ने CWC की बैठक बुलाई है. मंगलवार शाम 7.30 बजे CWC की बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि यह बैठक AICC में होगी. सोनिया राहुल भी बैठक में मौजूद रहेंगे. जम्मू कश्मीर बिल और 370 के पास होने के बाद के हालात पर चर्चा होगी.

सोनिया से अधीर रंजन की शिकायत करेंगे कुछ सांसद 
कांग्रेस (Congress) के कुछ सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) के बयान से नाराज़ हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस (Congress) के कुछ नेता चिठ्ठी लिखकर सोनिया गांधी से अधीर रंजन की शिकायत कर सकते हैं. यहां आपको बता दें कि लोकसभा में अधीर रंजन ने कहा था कि जम्मू कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में है. इसपर सदन में ही सोनिया गांधी ने आपत्ति जता दी.

लाइव टीवी देखें-:

गुलाम नबी आजाद ने सहयोगियों की आलोचना की
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के सहयोगियों की आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग जम्मू-कश्मीर और कांग्रेस (Congress) का इतिहास नहीं जानते हैं, उन्हें पार्टी में नहीं रहना चाहिए.

संसद में पत्रकारों से बात करते हुए, आजाद ने कहा, "जो लोग जम्मू एवं कश्मीर और पार्टी के इतिहास को नहीं जानते हैं, मुझे उनसे कोई लेना-देना नहीं है. उन्हें जम्मू एवं कश्मीर के साथ कांग्रेस (Congress) के इतिहास का अध्ययन करने की आवश्यकता है. इसके बाद ही उन्हें पार्टी में रहना चाहिए."

जनार्दन द्विवेदी, अभिषेक मनु सिंघवी जैसे नेताओं ने किया समर्थन
आजाद की टिप्पणी कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी, पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, उत्तर प्रदेश की विधायक अदिति सिंह और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे कई नेताओं के बयान के बाद आई है. इन नेताओं ने अनुच्छेद-370 (Article 370) को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले का समर्थन किया है.

सोमवार को मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करने वाले द्विवेदी पहले व्यक्ति थे. उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता के बाद की गई गलती को ठीक कर दिया गया है.

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी किया समर्थन
इसके अलावा हरियाणा कांग्रेस (Congress) के नेता और रोहतक के पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी ट्विटर पर लिखा, "मैं पहले ही इस विचार का समर्थन कर चुका हूं कि 21वीं सदी में अनुच्छेद-370 (Article 370) के लिए कोई जगह नहीं है और इसे जरूर हटाया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, "यह फैसला देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों की अखंडता के लिए अच्छा है, जो हमारे देश का एक अभिन्न अंग है. लेकिन यह वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है कि वह विश्वास और शांति के वातावरण को लागू करे." रायबरेली की विधायक अदिति सिंह ने भी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, "हम एकजुट हैं. जय हिंद. अनुच्छेद-370 (Article 370)."

कांग्रेस (Congress) के सचेतक ने भुवनेश्वर कलिता ने इस्तीफा दिया
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से सोमवार को राज्यसभा में अनुच्छेद 370 को रद्द करने का प्रस्ताव पेश करने से पहले ही कांग्रेस (Congress) के सचेतक भुवनेश्वर कलिता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

मंगलवार को पूर्व कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कार्यकारी शक्ति का दुरुपयोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर है. उन्होंने एक ट्वीट में जम्मू एवं कश्मीर के नेताओं की नजरबंदी की भी आलोचना की. राज्यसभा और लोकसभा में कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेताओं ने अनुच्छेद-370 (Article 370) को रद्द करने और राज्य को विभाजित करने के सरकार के फैसले का विरोध किया है.

Trending news