कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है, हमारा ढांचा कमजोर है. हमें ढांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा, फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा. सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी?
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नई दिल्ली: बिहार विधान सभा चुनाव परिणाम (Bihar Elections Result 2020) आने के बाद एक के बाद एक कांग्रेस (Congress) नेता पार्टी नेतृत्व व कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. गुलाम नबी आजाद ने 'वीआईपी कल्चर' को बदलने की जरूरत बताते हुए जमीनी स्तर पर पार्टी कमजोर होने की बात स्वीकार की है.
'ब्लॉक स्तर पर कनेक्शन टूटा'
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है, 'हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है. जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है. वो समझता है बस मेरा काम खत्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए.'
'हमारा ढांचा कमजोर'
साथ ही गुलाम नबी ने कहा, 'हमारा ढांचा कमजोर है. हमें ढांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा, फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा. सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी? बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा.
पार्टी के वीआईपी कल्चर की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, '5-स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते. हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं. एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे. जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते.'
#WATCH हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है। जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है, वो समझता है बस मेरा काम ख़त्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए :गुलाम नबी आज़ाद, कांग्रेस pic.twitter.com/jquPWnwNmO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2020
तारिक अनवर, कपिल सिब्बल उठा चुके हैं सवाल
बता दें इससे पहले तारिक अनवर (Tariq Anwar) ने कहा था, राज्य में गठबंधन को अंतिम रूप देने में विलंब से चुनाव में नुकसान हुआ. अब इससे सबक लेते हुए पार्टी को दूसरे राज्यों में समय रहते सीटों के तालमेल की औपचारिकताओं को पूरा करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के चुनावी प्रदर्शन पर आत्मचिंतन करने को लेकर कांग्रेस (Congress) आलाकमान गंभीर है और आने वाले समय में कारणों का पता लगाया जाएगा. उन्होंने आने वाले समय में होने जा रहे चुनाव में ऐसी गलतियां दोहराने से बचने की नसीहत भी दी थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल अपनी असंतुष्टि खुलकर जाहिर कर चुके हैं और पार्टी की लापरवाही को उजागर किया. कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा है, 'कांग्रेस पार्टी डेढ़ साल से बिना अध्यक्ष के कैसे काम कर रही है और पार्टी के कार्यकर्ता शिकायत लेकर कहां जाएं?' सिब्बल के इस बयान पर कांग्रेस में जंग छिड़ गई है. एक के बाद एक वार-पलटवार का सिलसिला तेज हो गया है. ऐसे में गुलाम नबी आजाद के बयान के बाद कांग्रेस के अंदर छिड़ी जंग थमने के आसार नजर नहीं आते.
(Input: ANI)