Union Budget 2022: राहुल गांधी ने संसद में दिया बजट पर रिएक्शन, जानिए भाषण के दौरान क्या-क्या कहा
Advertisement

Union Budget 2022: राहुल गांधी ने संसद में दिया बजट पर रिएक्शन, जानिए भाषण के दौरान क्या-क्या कहा

Union Budget 2022: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  ने सरकार के बजट को दिशाहीन बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार धीरे-धीरे करके देश की सारी संपत्ति कुछ खास लोगों को देती जा रही है और आम जनता गरीबी के दलदल में गिर रही है.

Union Budget 2022: राहुल गांधी ने संसद में दिया बजट पर रिएक्शन, जानिए भाषण के दौरान क्या-क्या कहा

Union Budget 2022: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार के बजट को दिशाहीन बताया है. उन्होंने कहा कि बजट पर राष्ट्रपति का भाषण वादों की एक लंबी लिस्ट थी. सरकार को जो करना था, उसमें से वे अब तक कुछ नहीं कर पाए हैं.

  1. 'अमीर और गरीब भारत में बंट गया देश'
  2. 'मेक इन इंडिया से गायब हो गया रोजगार'
  3. 'देश की सारी संपत्ति कुछ लोगों को दे दी'

राहुल गांधी ने कहा, 'राष्ट्रपति का भाषण सिर्फ एक BUREAUTIC IDEA था, ना कि कोई VISION. देश को कैसे आगे बढ़ाना है, भाषण में उसका कोई जिक्र ही नहीं था.' 

'अमीर और गरीब भारत में बंट गया देश'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'दुनिया में अब दो भारत हैं. एक भारत जो कि सिर्फ अमीरों के लिए है. वहीं दूसरा भारत उन गरीबों के लिए है, जिसमें देश की 90 प्रतिशत से ज्यादा आबादी रहती है. इन दोनों के बीच में खाई बढ़ रही है लेकिन सरकार की ओर से उस खाई को पाटने का कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा.' 

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'हिंदुस्तान का युवा रोज़गार ढूंढ़ रहा है. वर्ष 2021 में 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोए हैं. पिछले 50 साल में सबसे ज्यादा आज बेरोजगारी है. इसके बावजूद राष्ट्रपति के संबोधन में बेरोज़गारी पर कुछ नहीं कहा गया. ग्रीन हिंदुस्तान की बात कही जा रही है लेकिन इस ग्रीन हिंदुस्तान के पास रोजगार नहीं है.' 

'मेक इन इंडिया से गायब हो गया रोजगार'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'आप मेक इन इंडिया की बात करते हैं लेकिन उसमें रोज़गार नहीं मिला और जो था वह भी गायब हो गया. इस सच्चाई को सब जानते हैं. SME सेक्टर में रोजगार बनता है. असंगठित सेक्टर में रोजगार बनता है लेकिन आपने इन दोनों सेक्टरों को खत्म कर दिया. आपने जनता का लाखों करोड़ रुपया छीनकर अपने करीबी अरबपतियों को दिलवा दिया.' 

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'आपने लगातार आक्रमण किया है. नोटबंदी के जरिए असंगठित सेक्टर पर आक्रमण किया. गलत GST के जरिए असंगठित सेक्टर पर चोट की. कोरोना के समय असंगठित सेक्टर को मदद नहीं की. UPA के समय में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से दुष्चक्र से बाहर निकाला गया था. लेकिन आपने 23 करोड़ लोगों को फिर से गरीबी में धकेल दिया.'

'देश की सारी संपत्ति कुछ लोगों को दे दी'

उन्होंने कहा, 'कोरोना के समय में वायरस के नए वैरिएंट्स आ रहे थे लेकिन देश में इससे भी बड़े दो A वायरस फैल रहे हैं. एक व्यक्ति को सभी पोर्ट, एयरपोर्ट, ट्रांसमिशन, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, एडिएबल ऑयल दे दिया गया. वहीं दूसरे व्यक्ति को पेट्रोकैमिकल, रिटेल, टेलीकॉम दे दिया गया. देश का सारा धन कुछ गिने-चुने लोगों के हाथों में सौंपा जा रहा है.' 

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'ये कोई राजशाही नहीं है. आप यहां लगातार शासन नहीं करेंगे. पिछले 3 हजार साल का इतिहास उठाकर देख लीजिए. किसी भी एक व्यक्ति या वंश का शासन नहीं रहा. लेकिन बातचीत और आपसी सामंजस्य से शासन लगातार चलते रहे हैं. विविधता में एकता हमारी ताकत है. आप ताकत के बल पर उसे कुचल नहीं सकते.' 

'पंजाब के किसानों की नहीं सुनी गई'

उन्होंने कहा, 'पंजाब के किसानों को नहीं सुना गया. किसानों की बात सुनने के लिए राजा तैयार नहीं हुए. पेगासस के जरिए भी आवाज़ दबाने की कोशिश की गई. इजराजल में जाकर प्रधानमंत्री ने पेगासस को आधिकारिक इस्तेमाल की इजाजत दी. इस देश के लिए मेरी दादी ने गोली खाई और मेरे पिता ने जान दी. इसीलिए अपने मुल्क को मैं बेहतर तरीके से समझता हूं.' 

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'आज तक भारत में जिसने भी शासन किया, उसने भारत को राज्यों का संघ माना. लेकिन इस सरकार के मंत्री इस संघवाद को नहीं मानते. वे विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ राजाओं जैसा व्यवहार करते हैं. पिछले दिनों मणिपुर के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने आया. उन्होंने बताया कि वे राज्य की समस्याओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने गए थे. अमित शाह से मिलने से उन सबके जूते-चप्पल बाहर उतरवा लिए गए, जबकि खुद गृह मंत्री जूते पहनकर अंदर बैठे थे. उन लोगों ने इस मुलाकात के फोटो भी दिखाए.' 

ये भी पढ़ें- Marital Rape: संसद में उठा मैरिटल रेप पर कानून बनाने का मुद्दा, स्मृति ईरानी ने विपक्षी सांसद को दिया ये जवाब

'चीन-पाकिस्तान से सावधान रहे सरकार'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'सरकार ने जम्मू-कश्मीर पर बड़ी रणनीतिक गलती की. अब वह विदेश नीतियों पर बड़ी रणनीतिक गलती कर रही है. चीन और पाकिस्तान हथियारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं. दोनों देश मिलकर बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं और हथियार खरीद रहे हैं. चीन कभी भी कोई बड़ा दुस्साहस कर सकता है. हमारा देश बाहर से भी और अंदरुनी तौर पर खतरे में है. हमें दोनों मोर्चों पर तैयारी करने की जरूरत है लेकिन सरकार की इस बारे में कोई ठोस तैयारी नजर नहीं आती.' 

LIVE TV

Trending news