चंडीगढ़: कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) पर रविवार को सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर एक जन संवाद कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर हमला किया गया, उन्हें धक्का दिया गया और उनकी पगड़ी खींची गई. उन्होंने इसे कुछ शरारती तत्वों द्वारा किया गया जानलेवा हमला बताया है. लुधियाना से सांसद बिट्टू के वाहन को भी गुरू तेग बहादुर जी स्मारक पर क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जहां वह कांग्रेस के अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला और पार्टी के विधायक कुलबीर सिंह जीरा के साथ कार्यक्रम में शामिल होने गये थे.


जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे बिट्टू


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बिट्टू ने फेसबुक (Facebook) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कुछ शरारती तत्वों ने, जिनके इरादे अज्ञात हैं, हम तीनों पर जानलेवा हमला कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की.’’ बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं जिनकी सन 1995 में हत्या कर दी गई थी. केंद्र के नये कृषि कानूनों के विरोध में बिट्टू, औजला और जीरा दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. बिट्टू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझ पर डंडों और हथियारों से लैस लोगों के एक समूह ने घात लगाकर हमला किया. हालांकि, यह हमला सुनियोजित तरीके से किया गया, लेकिन हम वहां से फौरन ही निकल गये क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि कुछ उपद्रवियों के चलते किसानों के प्रदर्शन में बाधा आए.’’ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कथित घटना के बारे में अब तक कोई शिकायत नहीं प्राप्त हुई है.



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स्पष्ट नहीं हुआ हमले का कारण


बिट्टू ने दावा किया है कि कुछ लोगों ने स्मारक के पास उन्हें धक्का दिया और उनकी पगड़ी खींची. उन्होंने इस घटना को जानलेवा हमला जैसा करार दिया है. बिट्टू को गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने भी धक्का दिया और अपमानित किया. जीरा ने भी कुछ शरारती तत्वों पर हमले का आरोप लगाते हुए कहा है कि किसान ऐसी गतिविधि में संलिप्त नहीं रहे होंगे. बिट्टू पर हमले का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हुआ.


उन्होंने फेसबुक पोस्ट में यह भी कहा कि तीनों नेता सही सलामत हैं और घटना के लिए कुछ शरारती तत्वों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने लिखा है कि जीरा और औजला के साथ वह जन संसद में शामिल होने स्मारक पर गये थे. जीरा ने भी कुछ शरारती तत्वों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि किसान ऐसी गतिविधि में संलिप्त नहीं रहे होंगे.