कोरोना महामारी (Coronavirus) इन दिनों चरम पर है और सरकार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए पूरा जोर लगा रही है. ऐसे में देश में वैक्सीन मिक्सिंग को लेकर भी चर्चा चल रही है.
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नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus) इन दिनों चरम पर है और सरकार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए पूरा जोर लगा रही है. सरकार ने घोषणा की है कि 16 मई के बाद देश में कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) की बड़ी खेप राज्यों को मिलने जा रही है.
ऐसे में एक सवाल सबके मन में आ रहा है कि क्या खास कंपनी की वैक्सीन (Corona Vaccine) की पहली डोज लेने के बाद दूसरी डोज अन्य कंपनी की लगवा सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि ऐसा करना बिल्कुल गलत होगा. दोनों वैक्सीन अलग-अलग फार्मूले पर बनी हैं और उनका सॉल्ट भी अलग-अलग है. ऐसे में दूसरी डोज भी उसी कंपनी की लगवानी चाहिए, जिसकी पहली डोज लगी हो.
इस बारे में विभिन्न देशों में ट्रायल चल रहे हैं और अभी इसका कोई फाइनल नतीजा सामने नहीं आया है कि वैक्सीन की मिक्सिंग (Vaccine Mixing) करवाने का क्या असर होता है. हालांकि कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दूसरी डोज अन्य कंपनी की लगवाने का रिजल्ट अच्छा रहता है. इससे वायरस के खिलाफ इम्युनिटी पावर और मजबूत होती है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी वैक्सीन मिक्सिंग (Vaccine Mixing) का असर जानने के लिए Com-Cov स्टडी कर रही है. स्टडी में शामिल वॉलंटियर्स को फरवरी में वैक्सीन की पहली डोज Oxford AstraZeneca की दी गई. जबकि दूसरी डोज Pfizer की दी गई. स्टडी को अंजाम दे रहे रिसर्चर वॉलंटियर्स की सेहत पर नजर रखकर वैक्सीन मिक्सिंग के असर को चेक कर रहे हैं. उन्हें अभी तक वॉलंटियर्स पर साइड इफेक्ट नहीं दिखा है और स्टडी चल रही है.
भारत में वैक्सीन मिक्सिंग (Vaccine Mixing) का एक केस सामने आया है. यूपी के महाराजगंज जिले में गौरव सिंह सोगरवाल मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के पद पर तैनात हैं. उनके ड्राइवर उमेश को पहली डोज कोवैक्सीन (Covaxin) की लगी थी. नियम के मुताबिक उन्हें दूसरी डोज भी इसी कंपनी की लगाई जानी चाहिए थी लेकिन गलती से उन्हें दूसरी डोज कोविशील्ड (Covishield) की लगा दी गई. जिले के सीएमओ एके श्रीवास्तव कहते हैं कि वैक्सीन के इस मिक्स अप का अभी तक कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है.
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बताते चलें कि देश में सीरम इंस्टिटयूट कोविशील्ड और भारत बायोटेक कोवैक्सीन का निर्माण कर रहा है. अभी तक 17.7 करोड़ लोग देश में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं. वहीं 3.9 करोड़ लोग वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगवा चुके हैं. अब सरकार ने तीसरी वैक्सीन के रूप में रूस की Sputnik V को भी मंजूरी दे दी है. जो जल्द ही भारत पहुंचने वाली है.
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