कोरोना ने बिगाड़ी आर्थिक चाल, अप्रैल में एक भी कार नहीं बेच सकी मारुति
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कोरोना ने बिगाड़ी आर्थिक चाल, अप्रैल में एक भी कार नहीं बेच सकी मारुति

कोरोना महामारी (Coronavirus) ने भारत सहित दुनिया भर की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) ने कई उद्योगों की कमर तोड़ दी है. ऑटो इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus) ने भारत सहित दुनिया भर की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाये गए लॉकडाउन (Lockdown) ने कई उद्योगों की कमर तोड़ दी है. ऑटो इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया  (Maruti Suzuki) बीते महीने एक भी कार नहीं बेच पाई है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि अप्रैल महीने में मारुति की एक भी कार न बिकी हो. कंपनी ने शुक्रवार को कार बिक्री के आंकड़े जारी किये, जिसके मुताबिक अप्रैल में उसकी कारों को कोई खरीदार नहीं मिला. गौरतलब है कि 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है.   

मारुति सुजुकी इंडिया ने सरकार के आदेशों के अनुरूप 22 मार्च से उत्पादन बंद कर दिया था. कंपनी फिलहाल कोरोना से जंग में सरकार का साथ देने के लिए अपने प्लांट में वेंटिलेटर, मास्क आदि का निर्माण कर रही है. वैसे अकेले मारुति ही नहीं लगभग सभी कार निर्माता कंपनियों की स्थिति खराब है और जिस तरह का माहौल बना हुआ है, उसे देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि बाजार में रौनक कब लौटेगी.   

ऑटो इंडस्ट्री लॉकडाउन के पहले से ही परेशानियों का सामना कर रही थी. खासकर BS4 से BS6 ट्रांसमिशन की वजह से कंपनियों को नुकसान हुआ था और लॉकडाउन के बाद तो उनकी स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है. जानकारी के मुताबिक, मार्च में भी मारुति कारों की बिक्री में नरमी का रुख था. हालांकि, जानकारों का मानना है कि लॉकडाउन हटने के कुछ समय बाद हालात में सुधार आएगा, लेकिन स्थिति पूरी तरह सामान्य होने में वक्त लगेगा.   

कोरोना की रफ़्तार की बात करें, तो देश में अब तक 1147 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 35043 पहुंच गई है. अच्छी बात यह है कि मरीजों के ठीक होने में भी तेजी देखने को मिली है. करीब 8889 मरीज ठीक हो गए हैं. पिछले 24 घंटों के आंकड़ों पर गौर करें, तो नए 1993 केस दर्ज दिए गए हैं और 73 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई है.

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