नियंत्रण रेखा से सटे उड़ी में सेना ने बनाया कोरोना अस्पताल, ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर तक की व्यवस्था
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नियंत्रण रेखा से सटे उड़ी में सेना ने बनाया कोरोना अस्पताल, ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर तक की व्यवस्था

सेना में डॉक्टर कैप्टन साचु जेकब ने कहा कि भारतीय सेना ने उड़ी के लोगों के लिए एक 20 बेड का अस्पताल बनाया है. सभी 20 बेड ऑक्सीजन से लैस हैं.

नियंत्रण रेखा से सटे उड़ी में सेना ने बनाया कोरोना अस्पताल, ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर तक की व्यवस्था

उड़ी: सीमा के साथ सेना ने मोर्चा संभाला है कोरोना के खिलाफ जंग में. सेना ने उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास ही एक 20 बेड का कोरोना अस्पताल बनाया है, ताकि आम लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकें. इस अस्पताल में ऑक्सीजन से लेकर दो वेंटिलेटर की भी व्यवस्था है.

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फैसला

श्रीनगर से 120 किमी दूर नियंत्रण रेखा पर बसे उड़ी इलाके में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं. इस वजह से सेना ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग करते हुए 20 बेड का कोरोना अस्पताल बना दिया. इस अस्पताल में एक आईसीयू वार्ड भी है. इसके अलावा दो वेंटिलेटर भी मौजूद है. अस्पताल में दवाइयों की भी सुविधा है, खासकर जिन दवाइयों की जरूरत कोरोना संक्रमित मरीजों को होती है.

सेना का बयान

सेना में डॉक्टर कैप्टन साचु जेकब ने कहा कि भारतीय सेना ने उड़ी के लोगों के लिए एक 20 बेड का अस्पताल बनाया है. सभी 20 बेड ऑक्सीजन से लैस हैं. यही नहीं, यहां दो वेंटिलेटर भी स्थापित किये गए हैं. उन्होंने कहा कि हम सिविल अस्पताल के भी संपर्क में हैं. अगर उड़ी से किसी मध्यम बीमारी वाले मरीज को शिफ्ट करने की जरूरत होगी, तो उसे हम यहां शिफ्ट कर सकते हैं.

एंबुलेंस की भी व्यवस्था

इस अस्पताल में हल्के और मध्यम लक्षण के मरीजों को दाखिल किया जाएगा. इसके लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है. अगर किसी मरीज की हालत गंभीर होती है, तो उसे सिविल अस्पताल भी भेजने की पूरी व्यवस्था की गई है. सेना के इस कदम से स्वास्थ्य विभाग के साथ ही आम लोगों में भी खुशी है. स्थानीय नागरिक तसलीम ने कहा कि सेना के इस अस्पताल से लोगों को काफी मदद मिलेगी. चूंकि ये जगह छोटी है, और सुविधाएं कम हैं. इस लिहाज से सेना का ये अस्पताल काफी लोगों की जिंदगियां बचाने में सहयोग देगा.

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