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Coronavirus 4th Wave in Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना कोविड-19 (Covid-19 Cases in Delhi) के एक हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. इसके बाद से ही राजधानी में कोरोना की चौथी लहर को लेकर चिंता बढ़ गई है. हालांकि इसके बावजूद हेल्थ एक्सपर्ट्स ज्यादा चिंतित नहीं और उनका कहना है कि अचानक केस बढ़ना दिल्ली में कोरोना वायरस की चौथी लहर का संकेत नहीं है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus in Delhi) के मामलों में तेजी आई है, लेकिन वेरिएंट से क्लिनिकल रिकवरी की अवधि महज 4-5 दिन की है. ऐसे में इससे ज्यादा चिंता की बात नहीं है.
डॉक्टर जुगल किशोर के अनुसार, एक हफ्ते तक दिल्ली में कोविड-19 के नए केस बढ़ सकते हैं और उसके बाद मामले कम होने लगेंगे. कोरोना वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड और क्लिनिकल रिकवरी की अवधि महज 4-5 दिन की हो गई है. जब किसी तरह की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है तो एक संक्रमित व्यक्ति 200 लोगों को संक्रमित कर सकता है. हालांकि संक्रमण जितनी तेजी से होता है, नए मामले उतनी ही तेजी से नीचे भी आते हैं.
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डॉक्टर जुगल किशोर ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है, लेकिन बहुत कम मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने की नौबत आई है. इसलिए लोगों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोविड-19 के नए मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं.
दिल्ली में सोमवार को 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1076 नए मामले सामने आए हैं और किसी की भी जान नहीं गई, जबकि इस दौरान 1329 मरीजों ने कोविड-19 को मात दी. दिल्ली में कोरोना वायरस के एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और 5744 मरीजों का इलाज चल रहा है. दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 6.42 फीसदी हो गई है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 16,753 टेस्ट किए गए, जिसमें 1076 नमूने संक्रमित पाए गए.
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