कोरोना मरीजों की दुर्दशा! कहीं बेड पर पड़े रहे शव, कहीं इलाज के लिए मांगे लाखों रुपये
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कोरोना मरीजों की दुर्दशा! कहीं बेड पर पड़े रहे शव, कहीं इलाज के लिए मांगे लाखों रुपये

दिल्ली के कोविड (COVID-19) स्पेशल 'एलएनजेपी' अस्पताल में लापरवाही का आलम यह है कि शवों की अदला-बदली तक हो गई.

कोरोना मरीजों की दुर्दशा! कहीं बेड पर पड़े रहे शव, कहीं इलाज के लिए मांगे लाखों रुपये

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना (Coronavirus) रोगियों को इलाज के लिए दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही हैं. दिल्ली के कोविड (COVID-19) स्पेशल 'एलएनजेपी' अस्पताल में लापरवाही का आलम यह है कि शवों की अदला-बदली तक हो गई. वहीं निजी अस्पतालों पर कोरोना बेड की ब्लैक मार्केटिंग के आरोप लगे हैं. इतना ही नहीं लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में कोरोना संक्रमित बुजुर्ग मरीज के लापता होने का मामला सामने आया है. 

  1. दिल्ली में कोरोना रोगियों की दुर्दशा
  2. कहीं बेड पर पड़े रहे शव
  3. कहीं इलाज के लिए मांगे लाखों रुपए

बुजुर्ग के बेटे ने आरोप लगाते हुए कहा, 'मैं कई दिन तक अपने पिता के लिए घर से खाना लाता रहा, लेकिन खाना लौटा दिया जाता था. मैंने अपने पिता के बारे में पूछताछ की, लेकिन अस्पताल ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.'

बेटे ने आगे कहा, 'मैं अस्पताल कर्मचारियों के साथ सभी वार्ड चेक कर चुका हूं, लेकिन मुझे यहां मेरे पिता नहीं मिले. पहले मेरे पिता वॉर्ड नंबर- 31 में थे फिर उन्हें आईसीयू-4 में शिफ्ट किया गया था, लेकिन वह वहां भी नहीं हैं. उनके पास फोन भी नहीं हैं. मैंने पुलिस में भी शिकायत की है ताकि प्रशासन मेरे पिता की खोजबीन कर सके.'

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वहीं एक अन्य पीड़ित को अपने परिवार के एक कोरोना संक्रमित सदस्य को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पीड़ित ने कहा, 'सबसे पहले हम गंगाराम अस्पताल गए. यहां अस्पताल ने रोगी का उपचार करने और बेड देने से इनकार कर दिया. हमें कहा गया कि सभी बेड फुल हैं। इसके बाद हम नजदीक के दूसरे अस्पताल बीएल कपूर गए, लेकिन वहां भी बेड नहीं मिला.'

पीड़ित ने आगे कहा, 'हम आरएमएल अस्पताल भी गए. यहां हमने रोगी को भर्ती करने को कहा लेकिन अस्पताल ने बेड न होने की बात कहकर हमें लौटा दिया गया.' पीड़ित का कहना है कि उसने दिल्ली सरकार के ऐप पर भी अस्पताल में बेड ढूंढने की कोशिश की, हालांकि बेड होने के बावजूद भी अस्पताल में बेड नहीं दिया गया.

पीड़ित का कहना है कि कई प्राइवेट हॉस्टिपल के चक्कर काटने के बाद सफदरजंग अस्पताल पहुंचे. जहां रोगी को भर्ती किया गया. 1 घंटे तक कोरोना वॉर्ड में रखने के बाद इस दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने से रोगी की मृत्यु हो गई.'

इसके अलावा एलएनजेपी में ही दो शवों की अदला बदली का भी मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने एक नाम के दो मृतकों के शवों की अदला बदली कर दी. और गलत परिवारों को शव सौंप दिए गए, जिनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. 

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