देश का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म आज होगा लागू, संसद में आधी रात को GST की लॉन्चिंग
Advertisement

देश का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म आज होगा लागू, संसद में आधी रात को GST की लॉन्चिंग

देशभर में आज आधी रात से GST लागू हो जाएगा. संसद के सेंट्रल हॉल में खास तैयारी की जा रही है. इस खास मौके पर फिल्म से लेकर उद्योग जगत की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल होने वाली हैं. इस भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे.

देशभर में आज आधी रात से GST लागू हो जाएगा.

नई दिल्ली: देशभर में आज आधी रात से GST लागू हो जाएगा. संसद के सेंट्रल हॉल में खास तैयारी की जा रही है. इस खास मौके पर फिल्म से लेकर उद्योग जगत की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल होने वाली हैं. इस भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे.

और पढ़ें: कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल GST बैठक का बहिष्कार करेंगे, जेडीयू ने फैसला सांसदों पर छोड़ा

कई जानीमानी हस्तियां होंगी शामिल

इसके लिए सेंट्रल हॉल को तैयार किया जा रहा है, इस कार्यक्रम में करीब 1500 लोगों के हिस्सा लेने की संभावना है. कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दलों की अनुपस्थिति खटकने वाली रहेगी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगोड़ा को भी आमंत्रित किया गया है. लेकिन मनमोहन सिंह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, क्‍योंकि कांग्रेस ने इसका बहिष्‍कार किया है.

और पढ़ें: जीएसटी के स्वागत में संसद के केंद्रीय कक्ष में होगी सितारों से जगमगाती रात

पौन ग्यारह से शुरू होगा कार्यक्रम

प्रोग्राम रात 10:45 से शुरू होगा, सबसे पहले जीएसटी पर 10 मिनट की एक फिल्म दिखाई जाएगी. वित्त मंत्री अरुण जेटली लोगों को संबोधित करेंगे उसके बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी भाषण होगा. इसके साथ ही देश में जीएसटी व्यवस्था शुरू हो जाएगी. इस खास प्रोग्राम में महानायक अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा समेत कई जानी-मानी हस्तियां शामिल होने वाली हैं.

जानिए क्या होगा सस्ता और महंगा

कांग्रेस नहीं लेगी हिस्सा

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरूआत के लिए 30 जून को संसद में होने वाले मिडनाइट सेशन में कई विपक्षी दल हिस्सा नहीं ले रहे हैं. कांग्रेस, तृणमूल  कांग्रेस, आरजेडी, समाजवादी पार्टी और वाम दलों ने जहां सरकार द्वारा घोषित विशेष समारोह में हिस्सा ना लेने की घोषणा की है वहीं जदयू ने कहा है कि वह यह फैसला अपने सांसदों पर छोड़ती है. 

कांग्रेस ने बैठक को बताया प्रचार का बड़ा तमाशा

कांग्रेस ने सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक की जमकर आलोचना करते हुए इसे चर्चाएं हासिल करने के लिए 'खुद के प्रचार का बड़ा तमाशा' बताया. पार्टी ने सरकार पर देश के स्वतंत्रता आंदोलन का 'अपमान' करने का भी आरोप लगाया क्योंकि संसद के सेंट्रल हॉल में  इससे पहले हुए तीन आधी रात के समारोह देश की आजादी से संबंधित थे. काग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी के समारोह में हिस्सा ना लेने का यह भी एक कारण है. 

आरजेडी भी करेगी बहिष्कार

कांग्रेस की तरह लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने भी जीएसटी को लेकर संसद की विशेष बैठक से दूर रहने का निर्णय लिया है. चारा घोटाला से जुडे एक मामले में गुरूवार को झारखंड में पेशी के लिए गए लालू ने अपनी पार्टी द्वारा बैठक के बहिष्कार की घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली में आधीरात में आयोजित बैठक में उनकी पार्टी शामिल नहीं होगी और उसका बहिष्कार करेगी.

बहिष्कार की घोषणा सबसे पहले तृणमूल ने की

तृणमूल कांग्रेस बैठक की बहिष्कार की घोषणा करने वाली पहली पार्टी थी. ममता बनर्जी ने कहा, 'हम जीएसटी के समर्थन में थे. लेकिन उन्होंने कई चीजें बदल दीं. दवा आदि पर उन्होंने कर लगा दिया. हमने उनसे इसे जल्दबाजी में लागू नहीं करने को कहा. लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया.'  ममता ने कल कहा था कि तृणमूल कांग्रेस 30 जून की आधीरात को जीएसटी लागू करने के प्रोग्राम में भाग नहीं लेगी.

भाकपा भी करेगी बहिष्कार

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने  केन्द्र पर जीएसटी लागू करने के लिए जल्दबाजी करने का अरोप लगाया. पार्टी ने 30 जून आधी रात ससद की विशेष बैठक में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. भाकपा के महासचिव सूर्यवरम सुधाकर रेड्डी ने कहा कि पार्टी ने अपने सांसदों से विचार विमर्श करने के बाद सरकार की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने का निर्णय किया है.

जदयू ने फैसला अपने सांसदों पर छोड़ा

जीएसटी पर जदयू ने अपना रुख साफ ना करते हुए कहा कि उसने यह फैसला अपने सांसदों पर छोड़ दिया है. हालांकि पार्टी के प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा, 'यह महज एक सुधारवादी उपाय है. सरकार जिस तरह इसे भारत की आर्थिक आजादी के रूप में पेश कर रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.'

1997 के बाद संसद में हो रहा है कोई जश्न

इससे पहले 1997 में आजादी की स्वर्ण जयंती के मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था. इस हॉल में इस तरह का आखिरी कार्यक्रम 1997 में हुआ था, जब आजादी के 50 साल पूरे होने पर जश्न मनाया गया था.

Trending news