नई दिल्ली: कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. इस बीच 18 साल की उम्र से अधिक के लोगों को आज से प्रिकॉशन यानी बूस्टर डोज (Booster Dose) लगवाने की इजाजत मिल गई है. यानी अब सभी वयस्क लोग प्राइवेट सेंटर में जाकर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. 


इस शर्त पर बूस्टर डोज


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रिकॉशन डोज उसी कंपनी की लगाई जा सकेगी जिस वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाई गई हो. वहीं जिन लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने हो चुके हैं, वो ही इस तीसरी वैक्सीन के लिए पात्र होंगे. हालांकि सरकारी सेंटर्स पर पहली और दूसरी डोज के अलावा हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के लोगों को प्रिकॉशन डोज पहले की तरह लगती रहेगी.


वैक्सीन कंपनियों ने घटाए दाम


प्राइवेट अस्पतालों में 18 से 59 साल के लोगों के लिए तीसरी डोज का टीकाकरण शुरू होने से पहले वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने केंद्र सरकार के साथ बातचीत के बाद अपनी वैक्सीन के दाम कई गुना घटा दिए हैं. अब प्राइवेट अस्पतालों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों वैक्सीन 225 रुपये प्रति डोज की कीमत पर मिलेंगी. केंद्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन की एक डोज की कीमत के अलावा 150 रुपये तक ही सर्विस चार्ज ले सकेंगें. इस लिहाज से वैक्सीन की तीसरी डोज लगवाने वाले 18 से 59 साल के लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में अब तीसरी डोज के लिए अधितम 375 रुपये ही देने होंगे.


ये भी पढ़ें- Booster Dose: वैक्सीन कंपनियों ने घटाए बूस्टर डोज के दाम, रविवार से शुरू होगा वयस्कों का वैक्सीनेशन


अभी तक प्राइवेट अस्पतालों में कोविशील्ड की एक डोज के लिए लोगों को 700 से 750 रुपये और कोवैक्सीन की एक डोज के लिए 1250 से 1300 रुपये तक देने होते थे. 


टीकाकरण के आंकड़े


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक वैक्सीन की 185.68 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुकी है. भारत में 15 साल से ऊपर के 96% लोगों को कम से कम एक डोज लग चुकी है. वहीं करीब 2.5 करोड लोग प्रिकॉशन डोज भी लगवा चुके हैं. इसी तरह देश में 12 से 14 साल के 45% बच्चों को पहली डोज लग चुकी है.


क्या है प्रिकॉशन डोज?


कई प्राइवेट अस्पतालों जैसे फोर्टिस और मैक्स में आज 18+ एज ग्रुप की बूस्टर डोज नहीं लगेगी. वहीं अपोलो अस्पताल में ये सुविधा सोमवार, 11 अप्रैल से शुरू होगी. बता दें कि कोरोना वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक को प्रिकॉशन या बूस्टर डोज कहा जाता है. ये खुराक लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर साबित होती है.


कोरोना वायरस के अब तक कई वेरिएंट आ चुके हैं. फिलहाल XE वेरिएंट चर्चा में है. ऐसे में सरकार की ओर से सभी वयस्कों को प्रिकॉशन डोज लगाने की इजाजत दी गई है. 


(इनपुट : शिवांक मिश्रा) 


LIVE TV