भारत-पाकिस्तान के बीच शांति में क्या है सबसे बड़ा रोड़ा? MEA ने जाकिर नाइक को लेकर भी लताड़ा
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भारत-पाकिस्तान के बीच शांति में क्या है सबसे बड़ा रोड़ा? MEA ने जाकिर नाइक को लेकर भी लताड़ा

India Pakistan Relation: भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने सीमा पार आतंकवाद को सक्रिय रूप से समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की और इसे 'शांति के लिए सबसे बड़ी बाधा' बताया है.

भारत-पाकिस्तान के बीच शांति में क्या है सबसे बड़ा रोड़ा? MEA ने जाकिर नाइक को लेकर भी लताड़ा

Cross Border Terrorism: भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 में विभाजन के बाद से ही सीमा विवाद जारी है. दोनों देशों के बीच शांति को लेकर कई कोशिश हो चुकी है, लेकिन सब नाकाम रही है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पॉडकास्ट में कहा था कि भारत की तरफ से शांति के हर प्रयास का जवाब पाकिस्तान ने शत्रुता और विश्वासघात से दिया. अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीमा पार आतंकवाद को सक्रिय रूप से समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की और इसे 'शांति के लिए सबसे बड़ी बाधा' बताया है. भारत ने विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक की मेजबानी करने के लिए भी पाकिस्तान की आलोचना की. बता दें कि जाकिर नाइक को साल 2016 में भगोड़ा घोषित किया गया था और भारत में उस पर कई धाराओं में केस दर्ज है. उसके बाद से ही भारतीय एजेंसियां उसे वापस भारत लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं.

भारत-पाकिस्तान के बीच शांति में सबसे बड़ा रोड़ा?

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दुनिया साफ तौर पर जानती है कि असली मुद्दा पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है. उन्होंने कहा, 'वास्तव में, यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी बाधा है.'

जाकिर नाइक को लेकर भारत ने पाकिस्तान को सुनाया

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में लाहौर में पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी तथा पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से जाकिर नाइक की मुलाकात के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में रणधीर जायसवाल ने कहा, 'यह पहली बार नहीं है कि उसे (जाकिर नाइक को) पाकिस्तान में सम्मानित किया गया हो. यह दर्शाता है कि उनके मेजबानों का दृष्टिकोण कैसा है और हमारे लिए इसका क्या मतलब है. भारत में वॉन्टेड व्यक्ति को इतना समर्थन देने के संदर्भ में इसका क्या मतलब है.'

जम्मू-कश्मीर को लेकर आरोप-प्रत्यारोप

हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि 1948 में तत्कालीन राज्य के एक हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा किसी अन्य देश द्वारा किसी क्षेत्र पर सबसे लंबे समय तक अवैध कब्जा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान से अपने 'अवैध' कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने का आग्रह किया था. इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उनकी टिप्पणियों को 'भ्रामक और एकतरफा' बताया था.

रिश्तों पर निर्भर करते हैं किसी तरह के ​​निमंत्रण

पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा गुरुवार को नवरोज का त्योहार मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय पक्ष को आमंत्रित किए जाने के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में रणधीर जायसवाल ने कहा, 'मेरे पास इस बात की पुष्ट जानकारी नहीं है कि उन्होंने किसी को आमंत्रित किया है या नहीं...जहां तक ​​निमंत्रण की बात है तो वे रिश्तों पर निर्भर करते हैं, है न? निमंत्रणों का सम्मान किया जाता है... उन्हें स्वीकार करना रिश्तों की प्रकृति पर निर्भर करता है.'

पिछले महीने पाकिस्तान पहुंचा था जाकिर नाइक

मनी लॉन्ड्रिंग और नफरत भरे भाषणों के जरिए चरमपंथ भड़काने के आरोप में भारत में वॉन्टेड जाकिर नाइक पिछले महीने पाकिस्तान पहुंचा था. पिछले अक्टूबर में उसने पड़ोसी देश का दौरा भी किया था. 2016 में भारत से भागने और मलेशिया का स्थायी निवासी बनने के बाद उसका भारतीय पासपोर्ट रद्द कर दिया गया था. जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिए भारत का अनुरोध मलेशिया के पास लंबित है और यह स्पष्ट नहीं है कि वह यात्रा के लिए किन दस्तावेजों का उपयोग कर रहा है.

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