कांग्रेस ने फिर नागरिकता कानून वापिस लेने की मांग की, CWC की बैठक में प्रस्ताव पास
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कांग्रेस ने फिर नागरिकता कानून वापिस लेने की मांग की, CWC की बैठक में प्रस्ताव पास

कांग्रेस ने फिर नागरिकता कानून वापिस लेने की मांग की है. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया.

कांग्रेस ने फिर नागरिकता कानून वापिस लेने की मांग की, CWC की बैठक में प्रस्ताव पास

नई दिल्ली: कांग्रेस ने फिर नागरिकता कानून वापिस लेने की मांग की है. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया. इसके साथ ही आर्थिक सामाजिक और अन्य राजनीतिक मुद्दों पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने रेजोल्यूशन पास किया. कांग्रेस के प्रस्ताव में कहा गया यह सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है. देश में विभाजन कारी नीतियां बढ़ रही हैं और संस्थानों को दबाया जा रहा है. यही नहीं कांग्रेस ने प्रस्ताव में सरकार से मांग की है कि  सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिया जाए  और साथी एनआरसी और एनपीआर लाने का विरोध भी किया है.

कांग्रेस कार्यसमिति ने जिस प्रस्ताव को पारित किया है उसमेंसरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि लोकतंत्र में लोगों को प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन लोगों के प्रदर्शन के अधिकार को दबाया जा रहा है उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. 

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी के साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा राहुल गांधी गुलाम नबी आजाद मोतीलाल वोरा, पी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कार्य समिति के तमाम सदस्य उपस्थित थे. अर्थव्यवस्था पर प्रस्ताव पारित करते हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने आरोप लगाया कि सरकार अर्थव्यवस्था की हालत को संभाल नहीं पा रही है और भारतीय अर्थव्यवस्था एक अलार्मइंग सिचुएशन में है जहां पर बेरोजगारी बढ़ रही है और जीडीपी की दर लगातार कम हो रही है.

प्रस्ताव में कश्मीर को लेकर कहा गया है कि 6 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद वहां पर नागरिक लगातार मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और उनके फंडामेंटल राइट से उनको अलग किया जा रहा है जबकि सरकार वहां पर नॉर्मल सी का दावा कर रही है. साथ ही कांग्रेस ने अपने प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर से सभी तरह के प्रतिबंध हटाने की मांग भी की. 

इसके साथ ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने ईरान अमेरिका क्राइसिस को लेकर भी एक बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि ईरान और अमेरिका के बीच यदि संबंध और बिगड़ते हैं और जंग की स्थिति बनती है तो ऐसे में भारत सरकार को खाड़ी में जो भारतीय काम करते हैं. उनके हितों का ध्यान रखना चाहिए और उनके लिए किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए एक प्लान तैयार करके रखना चाहिए.

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