फोनी तूफान तीन दशक में भारत में आया चौथा सबसे खतरनाक तूफान है... जानिए अहम बातें
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फोनी तूफान तीन दशक में भारत में आया चौथा सबसे खतरनाक तूफान है... जानिए अहम बातें

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण हमें भविष्य में भी इस तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली : अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ शुक्रवार सुबह ओडिशा के पुरी तट पर पहुंचा और यह भयंकर तबाही मचा रहा है. इस तूफान के कारण कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है. करीब 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. इसके चलते समुद्र के किनारे बसे मंदिर शहर पुरी में कई इलाके और अन्य जगहों में पानी भर गया है. राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है. कई पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं.

अगर पूर्व में आए भयंकर चक्रवातों की बात करें तो इन्‍होंने भी भीषण तबाही मचाई थी. फोनी तूफान पिछले तीन दशकों में पूर्वी तटों से टकराने वाला चौथा सबसे खतरनाक चक्रवात है. इससे पहले ओडिशा ने कई भयानक चक्रवाती तूफानों का सामना किया. ये भयंकर चक्रवात साल 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 में आए थे. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण हमें भविष्य में भी इस तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.

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अगर देखा जाए तो अभी तक आए अत्‍यधिक खतरनाक 35 चक्रवाती तूफानों में से 26 केवल बंगाल की खाड़ी से शुरू हुए. साल 1999 की बात करें तो इस दौरान आए महाचक्रवात ने यहां भयंकर तबाही मचाई थी. जो ओडिशा में 30 घंटे तक रहा था. इस तूफान में करीब 10 हजार लोग मारे गए थे.

इससे पूर्व वर्ष 1971 में आए ऐसे ही चक्रवात के में भी करीब 10 हजार लोग मारे गए थे. अक्टूबर 2013 में चक्रवात फैलिन और पिछले साल चक्रवात तितली के प्रकोप से बड़ी तादात में लोगों को बचाने का अभियान चलाया गया और उन्‍हें पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया. लेकिन तूफान की चपेट में आने से 77 लोग मारे गए थे.

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अक्टूबर 2014 में भी एक भयंकर तूफान आया. इसका नाम हुदहुद था, जिसमें 124 लोग मारे गए थे. फोनी चक्रवात की तीव्रता भी इसी जितनी बताई जा रही है. 2017 में चक्रवात ओक्खी की वजह से तमिलनाडु और केरल में 250 लोग मारे गए थे.

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