'वरदा' चक्रवात: तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में लगाए गए एनडीआरएफ के 15 दल
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'वरदा' चक्रवात: तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में लगाए गए एनडीआरएफ के 15 दल

चक्रवाती तूफान वरदा सोमवार दोपहर बाद चेन्‍नई तट तक पहुंच गया। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में एनडीआरएफ के 15 से ज्यादा दल तैनात किए गए हैं।

नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान वरदा सोमवार दोपहर बाद चेन्‍नई तट तक पहुंच गया। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में एनडीआरएफ के 15 से ज्यादा दल तैनात किए गए हैं।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख आरके पचनंदा ने बताया कि आठ दल पहले ही तमिलनाडु के विभिन्न इलाकों में और सात आंध्र प्रदेश में तैनात हैं। कुछ दल आसपास के इलाकों में हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक ने बताया कि अराकोणम और गुंटूर में कुछ अन्य दलों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें तत्काल भेजा जा सके। हम दोनों राज्यों की सरकारों, भारतीय मौसम विभाग और अन्य राहत एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं। एनडीआरएफ के प्रत्येक दल में लगभग 45 कर्मी हैं। चक्रवात के कारण किसी भी अपात स्थिति से निपटने के लिए ये ये बचाव उपकरणों और नौकाओं से लैस हैं।

महानिदेशक ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं और नियमित जानकारी साझा की जा रही है। चेन्नई, तिरूवल्लूर और कांचीपुरम जिलों में सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। इन क्षेत्रों के कई हिस्सों में सुरक्षात्मक उपाय के तहत बिजली आपूर्ति स्थगित की गई है। जरूरत के समय के लिए सशस्त्र बलों को भी तैयार रखा गया है। थलसेना, नौसेना और वायुसेना को भी किसी भी समय तैनाती के लिए तैयार रखा गया है। एनडीआरएफ के सहायक कमांडर सेंथिल कुमार ने कहा कि दो दलों को सुल्लरपेटा, एक दल को टाडा और एक रिजर्व दल को नेल्लोर में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में भारी बारिश की स्थिति में, हम तत्काल ही निकासी करेंगे। तेज हवा के कारण पेड़ उखड़ सकते हैं, इसलिए हमने पेड़ काटने वाले उपकरण रखे हैं। हम तत्काल कार्रवाई करेंगे।

एनडीआरएफ के डीआईजी एसपी सेल्वम ने कहा कि कर्मी इलाकों की रेकी कर रहे हैं और स्थानीय लोगों की मदद से इलाकों से पहचान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले वषरें की तुलना में इस बार तैयारी में बहुत बदलाव हुआ है। राज्य की एजेंसियों ने कल एक बैठक की थी। तमिलनाडु सरकार के प्रधान सचिव ने एक बैठक की थी। आंध्र प्रदेश सरकार ने भी उच्च स्तरीय बैठकें की थीं, जिनमें हमारे अधिकारियों ने शिरकत की। सेल्वम ने कहा कि जरूरतों के बारे में आकलन किया गया था और उसके हिसाब से हमने दलों को लगाया है। उन्होंने कहा कि तेज गति की हवाएं छप्पर वाली झोंपड़ियों जैसी हल्की संरचनाओं और पेड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। पेड़ गिर भी सकते हैं, जिससे यातायात बाधित हो सकता है। सेलवम ने कहा कि राज्य प्रशासन सड़कें साफ करने और लोगों को बचाने के लिए तैयार है। हमारे दल राज्य प्रशासन के साथ काम करते हैं। संवेदनशील इलाकों का आकलन किया गया है और उस हिसाब से दलों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि चेन्नई में, दो दलों को बेसिन ब्रिज और एक को अड्यार में लगाया गया है। एक-एक दल को कांचीपुरम और महाबलीपुरम में लगाया गया है।

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