दाऊद की बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने उसका नाम अपनी हिट लिस्ट में शामिल कर उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी थी.
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की वादियों में 7 महीने के छोटे से अंतराल में 'दाऊद' आतंक का पर्याय बन चुका था. दाऊद बीते सात महीनों से ISIS और पाक समर्थित आतंकियों के इशारे पर कश्मीर की वादियों में लगातार आतंकी वारदातों का अंजाम दे रहा था. दाऊद की बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने उसका नाम अपनी हिट लिस्ट में शामिल कर उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी थी. जल्द ही सुरक्षाबलों की तलाश पूरी हुई और शुक्रवार सुबह इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर उसे अनंतनाग के श्रीगुफवारा इलाके में घेर लिया. करीब आठ घंटे से अधिक समय तक चले मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने दाऊद को उसके तीन साथियों के साथ मार गिराया.
सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दाऊद के साथ मारे गए तीन अन्य आतंकियों की पहचान माजिद मंजूर, आदिल रहमान भट और मोहम्मद अशरफ के रूप में हुई है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से इन आतंकियों के पास मौजूद भारी दादात में हथियार और गोलाबारूद बरामद किया है. इनके पास से बरामद हथियार, गोली, गोला बारूद को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मारे गए आतंकी घाटी में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में थे. गनीमत रहीं कि आतंकी अपने मंसूबों में सफल होते, इससे पहले CRPF, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में मुठभेड़ में चारों को मार गिराया.
घाटी में बुरहान मुसाइब के नाम कुख्यात था दाऊद
सुरक्षाबलों के अनुसार श्रीगुफवारा में मारे गए आतंकी दाऊद का पूरा नाम दाऊद सोफी है. हालांकि वह कश्मीर घाटी में बुरहान मुसाइब के नाम से कुख्यात था. दाऊद ने अक्टूबर 2007 में ISIS में भर्ती हुआ था. जिसके बाद, वह पाकिस्तानी आतंकियों के इशारे पर कश्मीर घाटी में बड़ी तेजी से आतंकी वारदातों को अंजाम देता गया. पाकिस्तानी आतंकियों ने दाऊद को मुख्यतौर पर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की जिम्मेदारी सौंप रखी थी. दाऊद की दरिंदगी को देखकर ISISने उसे जम्मू-कश्मीर का प्रमुख बना दिया. सूत्रों के अनुसार दाऊद को आतंकी संठगनों ने कमांडर के साथ-साथ A++ श्रेणी के आतंकी के तौर पर घोषित किया गया था.
घाटी में आतंकी वारदातों के लिए नए लड़ाके तैयार कर रहा था दाऊद
सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दाऊद उर्फ बुरहान मुसाइब मूल रूप से श्रीनगर के एमएचटी इलाके का रहने वाला था. अक्टूबर 2007 में ISIS में भर्ती होने के बाद पाक समर्थित विदेशी आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के जंगलों में हथियार चलाने और आतंकी वारदात को अंजाम देने के तरीकों की ट्रेनिंग दी थी. ट्रेनिंग मिलने के बाद आतंकी दाऊद उर्फ बुरहान J&K में आतंकी वारदातों को अंजाम देने में जुट गया. कुछ समय बाद उसे ISIS J&K का प्रमुख घोषित करते हुए आतंकियों ने उसे नए लड़ाकों को भर्ती कर आतंकी वारदातों को तैयार करने की जिम्मेदारी दी. जिसके बाद वह सीमा से सटे गांवों में घूम घूम कर स्थानीय युवकों को आतंकी बनने के लिए उकसा रहा था.