सरकार कर रही है पाक के कब्जे से जवान चंदू बाबूलाल को वापस लाने का प्रयास: रक्षा मंत्री
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सरकार कर रही है पाक के कब्जे से जवान चंदू बाबूलाल को वापस लाने का प्रयास: रक्षा मंत्री

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि 37 राष्ट्रीय रायफल्स के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण के गलती से नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान चले गए सैनिक को वापस लाने के लिए भारतीय सेना कार्रवाई करने में लगी है।

फाइल फोटो

नई दिल्ली: रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि 37 राष्ट्रीय रायफल्स के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण के गलती से नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान चले गए सैनिक को वापस लाने के लिए भारतीय सेना कार्रवाई करने में लगी है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत-पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं। पर्रिकर रविवार को पुणे में आयोजित स्वच्छ भारत अभियान के कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। 

पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि चंदू बाबूलाल को भारत वापस लाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। इस पर उन्होंने कहा, 'डीजीएमओ लेवेल पर एक मानक तंत्र है जिसके तहत कार्रवाई की जा रही है।' उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे में गया जवान सर्जिकल स्ट्राइक अभियान से जुड़ा हुआ नहीं था।

जवान के नियंत्रण रेखा पार कर चले जाने के बाद डीजीएमओ ने हाटलाईन पर पाकिस्तान को इस मामले में जानकारी दी। केंद्रीय गृहमंत्री भी सैनिक को भारत लाने को लेकर अपनी ओर से सैनिक के परिजन को आश्वासन दे चुके हैं।

गौरतलब है कि 37वीं राष्ट्रीय रायफल के जवान 29 सितंबर को गलती से लाइन ऑफ कंट्रोल पार कर पाकिस्तान चले गए थे जो फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे में हैं। उन्हें छुड़ाने के लिए हरसंभव राजनयिक और कूटनीतिक कोशिशें हो रही हैं। 

इसबीच उनके पाकिस्तान के कब्जे में होने की खबर सुनते ही उनकी नानी लीलाबाई चिंदा पाटील की गुरुवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। 23 वर्षीय चंदू बाबूलाल महाराष्ट्र के धुले जिले के वोरबीर गांव के रहनेवाले हैं। उनके पिता का नाम बाशन चौहान है। उनके भाई भी मिलिट्री में ही हैं। उनकी तैनाती फिलहाल गुजरात में है।

 

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