दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सरकारी खर्चे पर दावत में फिजूलखर्ची करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों को आम आदमी पार्टी सरकार ने निराधार बता कर खारिज कर दिया.
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नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सरकारी खर्चे पर दावत में फिजूलखर्ची करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों को आम आदमी पार्टी सरकार ने निराधार बता कर खारिज कर दिया. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केजरीवाल द्वारा दावत में 12 से 16 हजार रुपये प्रति प्लेट कीमत का खाना खिलाने के नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता के आरोपों को गलत बताया.
सिसोदिया ने बिल पर हस्ताक्षर करने से किया था इनकार
सिसोदिया ने कहा कि एक साल पहले अफसरों ने 13 हजार रुपये प्रति प्लेट कीमत के खाने के बिल की फाइल मेरे पास मंजूरी के लिये भेजी थी, लेकिन मैंने इसे मंजूरी देने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि छह महीने पहले यह फाइल पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग ने तलब की थी. तब से यह फाइल राजनिवास में पड़ी है.
सिसोदिया के निशाने पर 'एलजी ऑफिस'
सिसोदिया ने पिछले कुछ दिनों से हो रहे इस तरह के खुलासों के पीछे राजनिवास को भी निशाने पर लेते हुये कहा कि खाने के बिल की फाइल छह महीने से जानबूझ कर चुनाव के समय लीक करने के लिये उपराज्यपाल कार्यालय में रोक कर रखी गयी थी.
भाजपा के इशारे पर एलजी ऑफिस कर रहा साजिश: सिसोदिया
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि ‘एलजी ऑफिस के अफसर भाजपा के इशारे पर सरकार को बदनाम करने के लिये आधी जानकारी के साथ फाइलें लीक कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि लीक किये गये दस्तावेजों में यह नहीं बताया गया है कि दस महीने पहले बिल के भुगतान को रोकने के लिये उन्होंने फाइल पर क्या लिखा था. सिसोदिया ने भाजपा को इस मामले से जुड़ी पूरी फाइल और इस पर उनके नोट को भी सार्वजनिक करने की चुनौती दी.
विजेन्द्र गुप्ता ने लगाया है आरोप
गुप्ता ने पिछले साल मुख्यमंत्री आवास पर आप कार्यकर्ताओं के लिये आयोजित एक भोज में 12 हजार और 16 हजार रुपये प्रति प्लेट खर्च करने का पिछले दिनों खुलासा करते हुए केजरीवाल सरकार पर सरकारी खजाने के अपव्यय का आरोप लगाया है.