मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी देहरादून, टिहरी, पौढ़ी और नैनीताल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है.
Trending Photos
नई दिल्ली/ देहरादून: राजस्थान और ब्लूचिस्तान (पाकिस्तान) की तरफ से चल रही धूल भरी गर्म हवाओं और धूल के गुबार से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, एनसीआर, पश्चिमी यूपी और हरियाणा के कई जिलों के लोगों का जनजीवन प्रभावित है. इसके साथ ही उत्तराखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है. 15 और 17 जून को उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी देहरादून, टिहरी, पौढ़ी और नैनीताल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है.
Heavy rainfall likely to occur at isolated places in Dehradun, Tehri, Pauri and Nainital districts from 15-17 June: India Meteorological Department, #Uttarakhand
— ANI (@ANI) June 15, 2018
उत्तराखंड में हो सकती है तेज बारिश
मौसम विभाग, देहरादून के डायरेक्टर बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. साथ ही विभाग ने आंधी-तूफान और भारी बारिश की भी संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, नैनीताल, देहरादून और हरिद्वार में मौसम बिगड़ने के आसार हैं. नुकसान के मद्देनजर मौसम विभाग ने प्रशासन को एहतियात बरतने की सलाह दी है. उत्तराखंड में लोगों को सचेत रहने को कहा गया है.
Air quality in the national capital remained "hazardous" in many areas today, prompting authorities to alert people to avoid stepping outdoors
Read @ANI Story | https://t.co/cJGGSuNxJQ pic.twitter.com/9HhQgHfa3V
— ANI Digital (@ani_digital) June 15, 2018
दिल्ली में क्यों है धूल का गुबार
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने दिल्ली के ऊपर छायी धूल का गुबार के लिये राजस्थान में आई धूल भरी आंधी को मुख्य वजह बताया है. मंत्रालय ने इन दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को अस्वाभाविक बताते हुए कहा कि इसकी मुख्य वजह राजस्थान में आने वाली धूल भरी आंधी है. जिसके कारण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से हवा में मिले धूलकण जमीन के कुछ ऊंचाई पर जमा हो जाते हैं.
और खराब होंगे हालात
भू-वैज्ञानिकों का मानें तो, अरावली को अगर इसी तरह तहस-नहस किया जाता रहा. तो आने वाले सालों में हालात और भी खराब हो सकते हैं. आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने अरावली में खनन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. बावजूद इसके इसे छलनी किया जा रहा है.