शोएब रजा, नई दिल्ली : किसान क्रांति पदयात्रा के तहत हजारों किसान गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली में घुसने के लिए बैठे हैं. यहां किसानों को दिल्ली में घुसने से रोका गया है. इस दौरान किसानों से पुलिस की झड़प भी हुई. पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की. ये किसान भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले अपना आंदोलन कर रहे हैं.
इसी दौरान यहां किसानों के साथ बैठे भाकियू के नेता राकेश टिकैत के पास गृह मंत्री राजनाथ सिंह का फोन आया. उन्होंने राजनाथ सिंह से कहा कि हम लोग यहीं बैठे हैं, आगे नहीं बढ़ेंगे. इसी समय किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल राजनाथ सिंह से दिल्ली में मुलाकात कर रहा था.
माना जा रहा है कि अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की तरफ बढ़ रहे किसानों से बातचीत के लिए सरकार आगे आ रही है. खुद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किसान नेता राकेश टिकैत से फोन पर बात की है. ज़ी न्यूज के संवाददाता शोएब रज़ा जब राकेश टिकैत से बात कर रहे थे. उसी समय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का फोन राकेश टिकैत के पास आया और बातचीत ज़ी मीडिया के कैमरे में भी कैद हो गई. जिसमें टिकैट कहते हुए सुने जा सकते हैं कि 'ठीक है सर हमलोग यहीं बैठे हैं, आगे नहीं बढेंगे, आप पानी का इंतजाम करा दो.'
बता दें कि हरिद्वार से शुरू हुई किसान क्रांति पदयात्रा मंगलवार को गाजियाबाद पहुंची है. मंगलवार को किसानों ने गाजियाबाद के दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर दिल्ली में घुसने का प्रयास किया. इस दौरान उन्होंने पुलिस की बेरीकेडिंग तोड़ी. इसके बाद पुलिस ने किसानों को शांत करने के लिए पानी की बौछार छोड़ी. इसके अलावा उनपर आंसू गैस के गोले भी दागे गए. दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. बता दें कि किसानों को दिल्ली में रैली की इजाजत नहीं है.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह से किसानों के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात दिल्ली में हुई. बैठक के बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि सरकार किसानों की अधिकांश मांगें मानने को तैयार है. अब केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शेखावत किसानों से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पर जाएंगे. यूपी के दो मंत्री सुरेश राणा और लक्ष्मी नारायण सिंह भी उनके साथ जाएंगे. शेखावत का कहना है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के समय किसान नेताओं के साथ अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है.
गृह मंत्री से मुलाकात के बाद किसान नेताओं का कहना है कि सरकार हमारी मांगों को लेकर एक कमेटी का गठन करेगी. लेकिन जब किसान चाहेंगे तभी हम आंदोलन खत्म करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों कर्ज माफी की मांग नहीं मानी है. वहीं केंद्रीय मंत्री शेखावत का कहना है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के समय किसान नेताओं के साथ अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है.