चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी सरकार में गुरुवार (14 नवंबर) को नए मंत्रियों के शपथ दिलाई जाएगी. गुरुवार सुबह 11 बजे राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलवाएंगे. बता दें कि अभी तक हरियाणा में मंत्रिमंडल नहीं बन सका है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जेजेपी या बीजेपी से कितने मंत्री शपथ लेंगे और उन्हें कौन-कौन सा विभाग मिलेगा. लेकिन खबर है कि कल पूरा मंत्री मंडल नहीं बनेगा 7-8 मंत्री ही लेंगे शपथ. वहीं खट्टर सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री बनने वाले इन नामों की चर्चा है.
ये हैं संभावित मंत्री
अंबाला कैंट से अनिल विज
जगाधरी से कंवरपाल गुर्जर
बवाल से डॉक्टर बनवारी लाल
नांगल चौधरी से अभय सिंह यादव
पलवल से दीपक मंगला
पानीपत ग्रामीण से महिपाल का नाम लगभग फाइनल
नारनौंद से रामकुमार गौतम
एक निर्दलीय पर चल रही चर्चा.
खबर है कि विधायक रणजीत सिंह के नाम पर विवाद चल रहा है. निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह के खिलाफ एकजुट हुए सभी निर्दलीय. आज 3 बजे सीएम और डिप्टी सीएम बैठक करेंगे. जिसमें सभी संभावित मंत्रियों पर चर्चा होगी. बैठक में निर्दलियों की स्थिति पर होगी चर्चा. खबर ये भी है कि आज (बुधवार) चंडीगढ़ में होगी संघ की बैठक. होनी है इस बैठक में नामों के फाइनल होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि 27 अक्टूबर दिवाली (Diwali) के दिन हरियाणा (Haryana) में फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बन गई थी.चंडीगढ़ में राजभवन में हुए समारोह मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वहीं, बीजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक दल के नेता दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) हरियाणा के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. शपथ ग्रहण समारोह के लिए दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला, पंजाब के पूर्व सीएम और अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल और बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पहुंचे थे.
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शपथ ग्रहण के बाद अजय चौटाला ने कहा ये सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी और हरियाणा के विकास के रथ को आगे बढ़ाएगी.
बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. बीजेपी 40 सीटों पर सिमट गई और कांग्रेस 31 सीटों तक ही पहुंच सकी. वहीं आईएनएलडी से अलग हुई जननायक जनता पार्टी (JJP) ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की. गोपाल कांड़ा की पार्टी को 1 सीट और आईएनएलडी को 1 सीट मिली है. वहीं 7 सीटें अन्य के खाते में गई.
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इससे पूर्व 26 अक्टूबर को बीजेपी विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए खट्टर का नाम पार्टी विधायक अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया और बाकी के 38 विधायकों ने इसका समर्थन किया. मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से 26 अक्टूबर की दोपहर मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया. जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला भी चंडीगढ़ पहुंचे और राज्यपाल से मिलकर बीजेपी के पक्ष में अपनी पार्टी का समर्थन पत्र सौंपा.
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि बीजेपी प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर ऊभरी है. उप-मुख्यमंत्री के पद पर रविशंकर प्रसाद ने स्पष्ट किया था कि केवल एक ही डिप्टी सीएम होगा. उन्होंने मीडिया के एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा था, "मंत्रिमंडल और उसके संविधान के निर्माण का निर्णय लेना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होगा."
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पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में यहां आए केंद्रीय मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा से कोई समर्थन नहीं लेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जजपा) के 10 और शेष सभी 7 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से स्थिर सरकार बनाएगी. मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि बीजेपी के सभी 40 विधायकों ने सर्वसम्मति से उन्हें अपना नेता चुना है.
उन्होंने कहा, "मैं उन सभी विधायकों और हरियाणा के लोगों का धन्यवाद करता हूं. मैं उन्हें और हमें समर्थन दे रहे सभी मित्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं अगले पांच साल तक उन सभी को साथ लेकर चलूंगा और हमारे राज्य हरियाणा की बेहतरी और उत्थान के लिए हम सभी के लिए मिलकर काम करेंगे."