विजय माल्‍या के लिए तैयार है काल-कोठरी, सीबीआई के सबूतों को ब्रिटिश अदालत ने माना
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विजय माल्‍या के लिए तैयार है काल-कोठरी, सीबीआई के सबूतों को ब्रिटिश अदालत ने माना

9000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और धनशोधन के मामले में भारत में वांछित है किंगफिशर एयरलाइंस का यह भगोड़ा मालिक

किंगफिशर एयरलाइंस को 2012 में बंद कर दिया गया था और 2014 में फ्लाइंग परमिट भी रद्द किया गया था.(फाइल फोटो)

लंदन: किंगफिशर एयरलांइस के मालिक विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में सीबीआई ने ब्रिटिश कोर्ट से कहा है कि भारत में इस भगोड़े के लिए काल कोठरी तैयार है जो यूरोपीय स्‍टैंडर्ड पर खरी उतरती है. शुक्रवार को लंदन में वेस्टमीनिस्टर मजिस्ट्रेट की सुनवाई के दौरान अदालत ने भारतीय अधिकारियों के सारे साक्ष्यों को स्वीकार कर लिया. अगली सुनवाई अब 11 जुलाई को होगी. माल्या पर एसबीआई समेत कई बड़े बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए बकाया है. पिछले साल अप्रैल में स्कॉटलैंड यार्ड की ओर से प्रत्यर्पण वारंट पर अपनी गिरफ्तारी के बाद से वह 6,50,000 पाउंड की जमानत पर है. शुक्रवार को उसकी जमानत अगली 11 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई. 

  1. माल्या 2016 में भारत छोड़कर जाने के बाद से ब्रिटेन में है
  2. किंगफिशर पर 17 बैंकों का 6963 करोड़ रुपए का कर्ज है
  3. IDBI से मिले लाेेेन में 254 करोड़ का निजी इस्‍तेमाल किया

अदालत में एक और दिन
इससे पहले, माल्या सुनवाई के सिलसिले में अदालत आया था जिस दौरान सीबीआई को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब न्यायाधीश ने पुष्टि की कि भारतीय अधिकारियों की ओर से सौंपे गए बहुत सारे साक्ष्य स्वीकार किए जाएंगे. माल्या ने स्थानीय वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर पत्रकारों को बताया, ‘अदालत में एक और दिन.’ आज की सुनवाई ऐसे समय में हुई जब प्रत्यर्पण पर वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत के एक पिछले फैसले के खिलाफ भारत सरकार की ओर से उच्च न्यायालय में की गई अपील नकार दी गई थी. साल 2000 में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोन्ये से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले में अहम आरोपी और भारत में वांछित संजीव कुमार चावला को दिल्ली के तिहाड़ जेल की गंभीर स्थितियों के मुद्दे पर मानवाधिकारों के आधार पर पिछले साल अक्तूबर में आरोपमुक्त कर दिया गया था. चावला को प्रत्यर्पित किए जाने पर तिहाड़ जेल में ही रखने की तैयारी थी.

2016 को छोड़ा था भारत
पिछले साल चार दिसंबर को लंदन की अदालत में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी, जिसका मकसद माल्या के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले को प्रथम दृष्टया स्थापित करना है. माल्या मार्च 2016 में भारत छोड़कर जाने के बाद से ब्रिटेन में है. माल्या की बचाव टीम ने दावा किया था कि उसकी कोई गलत मंशा नहीं है और भारत में उस पर निष्पक्ष तरीके से मुकदमा चलाने की संभावना नहीं है. यदि न्यायाधीश भारत सरकार के पक्ष में फैसला देती हैं तो ब्रिटेन के विदेश मंत्री के पास माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर दस्तखत के लिए दो महीने का वक्त होगा.

विजय माल्या पर कितना कर्ज?
विजय माल्या के स्वामित्व वाली किंगफिशर एयरलाइंस पर 17 बैंकों का 6963 करोड़ रुपए का कर्ज है. हालांकि, ब्याज मिलाकर यह कर्ज कुल 9400 करोड़ रुपए से ज्यादा है. आरोप है कि विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस ने IDBI से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्‍तेमाल किया. आपको बता दें, किंगफिशर एयरलाइंस को 2012 में बंद कर दिया गया था और 2014 में फ्लाइंग परमिट भी रद्द किया गया था.

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