मुख्‍य सचिव मारपीट मामला : केजरीवाल के पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बन गए 'सरकारी गवाह'
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मुख्‍य सचिव मारपीट मामला : केजरीवाल के पर्सनल और पॉलिटिकल सेक्रेट्री बन गए 'सरकारी गवाह'

 दिल्ली पुलिस ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की फरवरी में कथित तौर पर पिटाई के मामले में सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व आम आदमी पार्टी (आप) के 11 अन्य विधायकों के खिलाफ बीते सोमवार को ही आरोपपत्र दाखिल किया है. 

दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश...

नई दिल्‍ली : दिल्ली के चीफ सेक्रेट्रीअंशु प्रकाश से मारपीट मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दिल्‍ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी (नॉर्थ) हरेन्द्र कुमार के मुताबिक, इस मामले में विभव कुमार और विवेक यादव सरकारी गवाह बन गए हैं. आपको बता दें कि विभव कुमार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेट्री हैं, जबकि विवेक यादव पॉलिटिकल सेक्रेट्री हैं. कुमार के मुताबिक, दोनों खुद सरकारी गवाह बने हैं.

उल्‍लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की फरवरी में कथित तौर पर पिटाई के मामले में सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व आम आदमी पार्टी (आप) के 11 अन्य विधायकों के खिलाफ बीते सोमवार को ही आरोपपत्र दाखिल किया है. आरोपपत्र पटियाला हाउस कोर्ट में अंशु प्रकाश की शिकायत की जांच के आधार पर दाखिल किया गया है. इसमें विधायक अमानतउल्ला खान, प्रकाश जारवाल, नीतिन त्यागी, ऋतुराज गोविंद, संजीव झा, अजय दत्त, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, मदन लाल, परवीन कुमार व दिनेश मोहनिया के भी नाम हैं.

पीटने का लगाया था आरोप
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "अंशु प्रकाश की शिकायत पर 20 फरवरी को मामला दर्ज किया गया था. जांच पूरी होने व रिकॉर्ड के लिए साक्ष्य जुटाए जाने के बाद अब अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया है." मुख्य सचिव ने आरोप लगाया था कि उन्हें 19 फरवरी की रात मुख्यमंत्री के आवास पर केजरीवाल की मौजूदगी में आप विधायकों द्वारा पीटा गया था. उन्हें मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बैठक के लिए बुलाया गया था.

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दिल्ली सरकार के मंत्रियों गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, कैलाश गहलोत, राजेंद्र पाल गौतम व इमरान हुसैन ने एक संयुक्त बयान में आरोपपत्र को 'फर्जी' व 'राजनीति से प्रेरित' बताया. मंत्रियों ने आरोपपत्र को मनगढ़ंत व झूठे आरोपों पर आधारित बताया. उन्होंने कहा, "इसे राजनीति से प्रेरित होकर दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल किया गया है." बयान में कहा गया, "यह भारतीय चुनावी इतिहास में सबसे बड़े जनादेश के साथ चुनकर आई दिल्ली सरकार को लगातार परेशान किए जाने और उसके खिलाफ की जाने वाली साजिशों का सबसे ताजा उदाहरण है."

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