दिल्लीः लूटपाट के आरोप में इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर सहित 4 गिरफ्तार
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दिल्लीः लूटपाट के आरोप में इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर सहित 4 गिरफ्तार

पुलिस करीब 170 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने के बाद बदमाशों तक पहुंची. पुलिस ने बदमाशों के पास से दो तमंचे, दो नकली नंबर प्लेट और वारदात में इस्तेमाल स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है.

दिल्लीः लूटपाट के आरोप में इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर सहित 4 गिरफ्तार

नई दिल्लीः बाहरी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में एक कारोबारी के नौकर को गोली मारकर लूटपाट करने के मामले में पुलिस ने इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर को उसके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार बदमाशों में मामा-भांजा भी शामिल हैं.पकड़े गए सभी बदमाश पहलवान हैं. पुलिस करीब 170 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने के बाद बदमाशों तक पहुंची. पुलिस ने बदमाशों के पास से दो तमंचे, दो नकली नंबर प्लेट और वारदात में इस्तेमाल स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है.

आउटर- नार्थ डिस्ट्रीक्ट डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों की पहचान खेड़ाखुर्द निवासी दिनेश, सुल्तानपुरी निवासी लक्ष्य, सिरसपुर निवासी हरदीप और खेड़ाखुर्द निवासी रोबिन के रूप में हुई है. लक्ष्य वर्ष 2017 थाईलैंड में आयोजित इंडो-थाई चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीत चुका है. उसका सुल्तानपुरी में अखाड़ा है. 

24 जुलाई की रात रोहिणी सेक्टर 18 में जिंदल स्टोर चलाने वाले अजय कुमार जिंदल अपने नौकर पंकज के साथ दुकान बंद कर रहे थे. इसी दौरान स्विफ्ट डिजायर कार पर सवार होकर आए चार बदमाशों ने अजय से बैग छीनने लगे. इस दौरान दहशत फैलाने के लिए एक बदमाश ने पंकज के पैर में गोली मार दी. घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी जिले के स्पेशल स्टाफ को सौंपी गई.

इंस्पेक्टर अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच के दौरान घटनास्थल और उसके आस पास के इलाके के करीब 170 सीसीटीवी कैमरों की जांच की. जिसमें दिखे बदमाशों की स्विफ्ट कार की पहचान करने में जुट गई. आस पास के इलाके में छानबीन करने पर पुलिस ने सिरसपुर में उस कार की पहचान कर ली और दबिश देकर चारों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में पता चला कि बदमाशों को रुपए की जरूरत थी. इसलिए लूटपाट को अंजाम दिया. राबिन इलाके में कोल्ड ड्रिंक का सप्लाई करने वाले वाहन का ड्राइवर था. वह जिंदल स्टोर पर भी कोल्ड ड्रिंक सप्लाई करता था. घुमने के दौरान वह रेकी कर गैंग के सदस्यों के साथ वारदात को अंजाम देता था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन बदमाशों ने इलाके में कई वारदातों को अंजाम दिए हैं. इनसे पूछताछ कर अन्य मामलों की जानकारी हासिल की जा रही है.  

पहिए में लगे काले कैप और एक बैक लाइट के जलने से की गई कार की पहचान 
सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि वारदात में इस्तेमाल कार के पहिए में काला कैप लगा है और उसकी सिर्फ एक बैक लाइट जलती है. इसी आधार पर पुलिस ने आस पास के इलाके में कार की पहचान करने में जुट गई. आखिरकार पुलिस को सिरसपुर में कार दिख गई. पुलिस ने उसपर कई दिनों तक नजर रखी और पूरी तरह से आश्वास्त होने के बाद सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया 

अंतर्राष्ट्रीय पहलवान गैंग को नैतिक समर्थन देता था  
पूछताछ में पता चला कि अंतर्राष्ट्रीय पहलवान लक्ष्य गैंग को नैतिक समर्थन देता था.वह दावा करता था कि उसका जीजा वकील है और जीजा का पुलिस में काफी जान-पहचान है..अगर कोई कानूनी समस्या आएगी तो जीजा उसे संभाल लेगा.लक्ष्य पांच साल से पहलवानी करता था.वह लूट की रकम को अपने अखाड़ा में लगाना चाहता था.वारदात में राबिन इलाके की जानकारी मुहैया करवाता था जबकि हरदीप वारदात में इस्तेमाल वाहन का इंतजाम करता था. दिनेश गैंग का सरगना था.  

रुपए की जरूरत की वजह से दे रहे थे वारदात को अंजाम  
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दिनेश बेडशीट बेचता था.वह पानीपत से बेडशीट खरीदकर उसे दिल्ली में बेचता था..कुछ स्थानीय विक्रेता उसके रुपए लेकर भाग गए. पिछले एक साल से वह बेरोजगार था. उसे पत्नी का प्रसव कराने के लिए रुपए की जरूरत थी.जिसमें उसने अपने भांजे राबिन का सहयोग लिया.लक्ष्य को अपने अखाड़ा के लिए रुपए की जरूरत थी. वहीं हरदीप हरिद्वार में अपने भाई की सड़क हादसे में मौत के बाद उसकी फैक्टरी चला रहा था. लेकिन घाटा होने के बाद उसकी फैक्टरी बंद हो गई.. उसके बाद वह अपराधिक वारदात को अंजाम देने लगा. उस पर दिल्ली के प्रशांत विहार में वाहन चोरी का एक मामला दर्ज है. राबिन उसके भाई की फैक्टरी में काम करता था.

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