CM केजरीवाल बोले- दिल्ली का आसमान साफ, इसलिए ऑड-ईवन की कोई जरूरत नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का कहना है कि अभी आसमान साफ है, इसलिए ऑड-ईवन की कोई जरूरत नहीं है.
Trending Photos

नई दिल्ली: ऑड-ईवन स्कीम को एक बार फिर से लागू करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का कहना है कि अभी आसमान साफ है, इसलिए इसकी कोई जरूरत नहीं है. इससे पहले, केजरीवाल ने रविवार को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण (Pollution) पराली जलने (stubble burning) के कारण है और अब इसके लगभग खत्म होने पर वायु गुणवत्ता (Air quality) सुधर रही है.
Delhi CM Arvind Kejriwal on implementing Odd-Even scheme once again: The sky is clear now, so there is no need of it. pic.twitter.com/E5dH8dQCOI
— ANI (@ANI) November 18, 2019
वहीं, दिल्ली में पीने के पानी की क्वालिटी खराब होने पर सीएम केजरीवाल ने कहा, ''किसी भी शहर की पानी की गुणवत्ता का आकलन 11 नमूनों के आधार पर नहीं किया जा सकता. इसके अलावा, केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान जी इस बात का खुलासा नहीं कर रहे हैं कि नमूने कहां से लिए गए थे. मैं दिल्ली के प्रत्येक वार्ड से 5 नमूने लूंगा, इसकी जांच करवाऊंगा और जनता के बीच इसके आंकड़े दूंगा.''
Delhi CM on bottom ranking of Delhi in tap water quality: Any city's water quality cannot be judged on basis of 11 samples.Moreover, Ram Vilas Paswan ji isn't disclosing where were samples taken from.I'll take 5 samples from each ward of Delhi, get it checked&put data in public. pic.twitter.com/UhDPSlESPq
— ANI (@ANI) November 18, 2019
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी का पानी पीने लायक तक नहीं बचा. भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की जांच रिपोर्ट में दिल्ली की 11 जगहों से लिए गए सभी सैंपल जांच में फेल हो गए. चौंकाने वाली बात यह है कि दिल्ली में बुराड़ी, कृषि भवन, अशोक नगर, नंद नगरी, जनता विहार से लेकर 12 जनपथ यानी खुद देश के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के सरकारी आवास का पानी सबसे गंदा है.
दिल्ली का पानी पीने लायक नहीं, जांच में सारे सैंपल हुए फेल: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि दिल्ली का पानी जांच में ख़राब पाया गया है. दिल्ली सरकार को यह न लगे कि हमने राजनीति के तहत जांच करवाई. लिहाजा हमने तब 20 राज्यों की राजधानी के पीने के पानी की जांच शुरू की.
More Stories