तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के मुखिया और निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) के प्रमुख मौलाना साद (Muhammad Saad Kandhalvi) के सामने आने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करेगी.
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नई दिल्ली: तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के मुखिया और निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) के प्रमुख मौलाना साद (Muhammad Saad Kandhalvi) के सामने आने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करेगी. शनिवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना के गिरफ्तार वाले सवाल पर ये जवाब दिया है.
क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के अधिकारियों ने बताया कि मौलाना के सामने आने पर भी उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, बल्कि उसे तुरंत क्वारंटाइन सेंटर में इलाज के लिए भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जमात के कई सदस्यों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. ऐसे में मौलाना साद के भी कोरोना से संक्रमित होने की आशंका है. इसके मद्देनजर ये फैसला लिया गया है.
बता दें कि क्राइम ब्रांच ने 91 CRPC के तहत मौलाना साद को नोटिस जारी कर बैंक स्टेटमेंट, मैनेजमेंट कमिटि के पत्राचार, मरकज में आए तमाम लोगों की जानकारी समेत 26 सवालों के जवाब और दस्तावेज मांगे हैं. जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि 91 CRPC के तहत ये जरूरी नहीं है कि मौलाना साद खुद पुलिस के सामने दस्तावेज लेकर प्रस्तुत हो, वो अपने वकील के जरिए भी नोटिस का जवाब दे सकता है.
वहीं मौलाना साद ने ये दावा किया है कि वो सेल्फ क्वारंटाइन में है. अपने गुर्गों के जरिए मौलाना ने पुलिस के नोटिस का जवाब देते हुए बताया कि मरकज अभी बंद है. इसलिए नोटिस के किसी भी सवाल का जवाब देने में वह असमर्थ है. उसने कहा कि मरकज के वापस खुलने के बाद ही वो पूछे गए सवालों के जवाब दे सकेगा.
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