पुलिस की मानें तो, 12 सितंबर, 2018 को हेड कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या के बाद तीनों बदमाश अलवर भाग गए थे.
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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने आखिरकार 11 महीने के बाद हेड कॉन्स्टेबल की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है. हेड कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इनका तीसरा साथी अब भी फरार है. दोनों आरोपी इरशाद ओर चिंदरपाल की गिरफ्तारी राजस्थान के अलवर जिले से हुई है.
डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि इसी साल के मार्च में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी टीम का गठन किया था. साथ ही आरोपियों पर एक लाख के इनाम की घोषणा भी कर रखी थी. इस दौरान पुलिस ने 200 से भी ज्यादा लोगों से पूछताछ की. पुलिस की मानें तो, 12 सितंबर, 2018 को हेड कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या के बाद तीनों बदमाश अलवर भाग गए थे. लेकिन, जब आरोपियों ने टीवी पर खबर देखी तो ये अलवर छोड़ के भाग गए. आरोपी अजेमर से लेकर राजस्थान के अलग-अलग जिले में छुपते रहे, लेकिन पुलिस रात-दिन आरोपियों की तलाश करती रही.
गौरतलब है कि कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या इन बाइक चोरों ने की थी. ये तीन लड़के बाइक चोरी करने की कोशिश कर रहे थे. तभी राम अवतार मीणा ने इन्हें रोकने की कोशिश की. जिस पर बदमाशों ने राम अवतार मीणा को गोली मार दी. अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई थी. फिलहाल पुलिस इनके तीसरे साथी की तलाश कर रही है.