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नई दिल्ली : जंतर-मंतर पर एक महीने से ज्यादा समय से विरोध-प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसान सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए विरोध का अलग-अलग तरीका अपना चुके हैं. प्रदर्शन की अपनी हद पार करते हुए किसानों ने शनिवार को अपना पेशाब पिया और कहा कि केंद्र सरकार ने यदि उनकी बात नहीं सुनी तो वे रविवार को अपना मल खाने से भी परहेज नहीं करेंगे.
Tamil Nadu farmers drink urine protesting over drought relief funds and waiver of farmers' loans at Delhi's Jantar Mantar. pic.twitter.com/LmxqzZktHi
— ANI (@ANI_news) April 22, 2017
नग्न प्रदर्शन भी कर चुके हैं किसान
किसान चाहते हैं कि केंद्र सरकार उनकी समस्या का समाधान करे. वे आत्महत्या कर चुके किसानों की खोपड़ियां भी साथ लेकर आए हैं. अपनी मांगें पूरी न होते देख इन किसानों ने पिछले दिनों नग्न प्रदर्शन करने से लेकर चूहे तक खाए.
घास भी खा चुके हैं किसान
कुछ दिनों पहले विरोध प्रदर्शन स्थल पर किसान घास लेकर आए और मीडियाकर्मियों के सामने उसे खाया.
एक किसान ने कहा, ‘हम अपनी पीड़ा की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान खींचने के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं लेकिन उनका कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए हम घास खा रहे हैं.’ किसान अपनी समस्याओं की तरफ ध्यान खींचने के लिए खास तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नेता और किसान संघों का मिला है समर्थन
क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय दलों के कई नेताओं, फिल्म कलाकारों एवं किसान संघों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। किसान ने कहा, ‘केंद्रीय मंत्रियों से बात करने के बावजूद हमारी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।’ किसानों की मांगों में केंद्र से 40,000 करोड़ रुपये का सूखा राहत पैकेज, कृषि रिण माफी और कावेरी प्रबंधन बोर्ड की स्थापना शामिल हैं।