यातायात नियमों का पालन करने के लिए तमाम सख्ती और जागरूकता अभियान के बावजूद शहर की यातायात पुलिस ने बीते तीन सालों में औसतन करीब 11 हजार चालान रोज काटे.
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नई दिल्ली: यातायात नियमों का पालन करने के लिए तमाम सख्ती और जागरूकता अभियान के बावजूद शहर की यातायात पुलिस ने बीते तीन सालों में औसतन करीब 11 हजार चालान रोज काटे. सबसे ज्यादा चालान सिग्नल तोड़ने, अनुचित तरीके से पार्किंग करने और बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के लिए काटे गए. इस दौरान 202.46 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया. यातायात पुलिस ने बीते 2015 और 2016 में किराए का चार्ट नहीं रखने या मीटर खराब होने को लेकर सिर्फ सात चालान किए हैं.
एक आरटीआई के जवाब के मुताबिक यातायात पुलिस ने वर्ष 2014, 2015 और 2016 में 1.18 करोड़ से ज्यादा चालान किए. पुलिस ने इस दौरान 202.2 करोड़ रुपये से ज्यादा जुर्माना वसूला. शहर की यातायात पुलिस ने पिछले तीन बरस में डेढ़ लाख से ज्यादा वाहन जब्त भी किए हैं.
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गौरतलब है कि दिल्ली में एक करोड़ से ज्यादा वाहनों पर पुलिस ने प्रतिदिन औसतन करीब 11 हजार चालान किए, जबकि मुंबई में तकरीबन 30 लाख वाहनों पर पुलिस ने प्रतिदिन लगभग 5200 चालान काटे.
दिल्ली के वकील युसूफ नकी ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नगर की यातायात पुलिस से वर्ष 2014, 2015, और 2016 में कुल काटे गए चालानों और जब्त किए गए वाहनों की संख्या का विवरण मांगा था.
इसके जवाब में यातायात पुलिस ने बताया कि उसने वर्ष 2016 में कुल 40,25,314 चालान किए जिसमें से 37,28,739 नकद चालान काटे. इससे उसे 66,89,28000 रुपये मिले, जबकि 2,96,575 कोर्ट चालान किए.
यातायात पुलिस ने बताया कि वर्ष 2015 में पुलिस ने कुल 34,11,256 चालान किए. इसमें से 30,68,793 चालान नकद और 3,42,463 कोर्ट चालान किए गए. उस वर्ष पुलिस को नकद चालान से 64,53,20,400 रुपये की कमाई हुई.
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उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा चालान वर्ष 2014 में काटे गए थे. पुलिस ने उस वर्ष कुल 43,67,793 चालान किए जिसमें से 40,33,577 नकद चालान काटे जिससे उसे 71,049,7500 रुपये मिले, जबकि 3,34,216 कोर्ट चालान काटे.
आरटीआई के जवाब में पुलिस ने बताया कि वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा चालान 8,88,941 बिना हेलमेट के वाहन चलाने को लेकर किए जबकि सबसे कम मात्र छह किराये का चार्ट नहीं होने या मीटर खराब होने को लेकर काटे गए. इसी तरह से वर्ष 2015 में सबसे ज्यादा 5,64,269 अनुचित पार्किंग को लेकर किए गए, जबकि किराये का चार्ट नहीं होने या मीटर में खराबी को लेकर सिर्फ एक चालान किया गया.
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वर्ष 2014 में सबसे ज्यादा 8,94,527 चालान यातायात सिग्नल के उल्लंघन को लेकर किए, जबकि कलर लाइट के इस्तेमाल को लेकर 10 चालान किए गए. आरटीआई के मुताबिक, इसके अलावा, यातायात पुलिस ने 1,66,367 वाहनों को जब्त किया.
पुलिस ने वर्ष 2016 में 49,132 वाहनों को जब्त किया तो 2015 में 51,786 और 2014 में 65,449 गाड़ियों को जब्त किया. गौरतलब है कि यातायात पुलिस के पास कोर्ट चालान से हुए जुर्माने का ब्यूरो नहीं था. यातायात पुलिस ने बताया कि नकद चालान से मिली राशि को दिल्ली सरकार के खाते में जमा कराती है.
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मुंबई में यातायात पुलिस ने नवंबर 2016 से जुलाई 2017 के बीच करीब 14 लाख चालान किए हैं, जबकि वहां पर वाहनों की संख्या करीब 30 लाख है. इसमें नौ लाख कारें और 17 लाख दो पहिया वाहन हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 25 मई तक दिल्ली में 1,05,67,712 वाहन पंजीकृत हुए थे. इसमें 66,48,730 दो पहिया वाहन हैं जबकि 31,72,842 कारें हैं.