भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भारत रत्न मिले: मनीष तिवारी
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भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भारत रत्न मिले: मनीष तिवारी

मनीष तिवारी (Manish tewari) चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस के पक्ष में प्रेस कांफ्रेंस करने हरियाणा कांग्रेस आफिस पहुंचे थे. मनीष तिवारी (Manish tewari) को वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की चर्चा को लेकर ZEE मीडिया संवादाता की ओर से सवाल पूछा गया था. इस सवाल के जवाब में मनीष तिवारी (Manish tewari) ने कहा कि भारत रत्न शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दिया जाना चाहिए.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी.

चंडीगढ़: कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी (Manish tewari) ने चुनावी माहौल में एक बार फिर शहीद भगत सिंह का नाम उछाल दिया है. मनीष तिवारी (Manish tewari) ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भारत रत्न देने की मांग की है. हालांकि हरियाणा में कांग्रेस के लिए चुनावी बातें करते हुए मनीष तिवारी (Manish tewari) ने चंडीगढ़ एयर पोर्ट के मामले में हरियाणा की बजाए पंजाब के हितों को तरजीह दी. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ एयर पोर्ट का नाम शहीद ए आजम भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट चंडीगढ़ (मोहाली) होना चाहिए क्योंकि एयर पोर्ट मोहाली (पंजाब) की जमीन पर बना हुआ है.

मनीष तिवारी (Manish tewari) चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस के पक्ष में प्रेस कांफ्रेंस करने हरियाणा कांग्रेस आफिस पहुंचे थे. मनीष तिवारी (Manish tewari) को वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की चर्चा को लेकर ZEE मीडिया संवादाता की ओर से सवाल पूछा गया था. इस सवाल के जवाब में मनीष तिवारी (Manish tewari) ने कहा कि भारत रत्न शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दिया जाना चाहिए.

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मनीष तिवारी (Manish tewari) ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने की वकालत तो की मगर इस मामले में उन्होंने तरजीह पंजाब को दी. मनीष तिवारी (Manish tewari) ने कहा कि क्योंकि एयरपोर्ट मोहाली यानी पंजाब की जमीन पर बना है, लिहाजा एयरपोर्ट का नाम शहीद ए आजम भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट चंडीगढ़ और इसके साथ मोहाली लिखा जाना चाहिए.

गौरतलब है कि राजधानी चंडीगढ़, एसवाईएल नहर और चंडीगढ़ एयर पोर्ट जैसे कई मुद्दों को लेकर पंजाब और हरियाणा में अपना अपना हक़ जमाने की जंग है. एयरपोर्ट निर्माण में भी क्योंकि हरियाणा ने भी पैसा खर्च किया है लिहाजा हरियाणा अकेले पंजाब के साथ इसका नाम जोड़ने के पक्ष में नहीं है. मनीष तिवारी (Manish tewari) जब यह बात कर रहे थे तो उनके साथ बैठे हरियाणा के कांग्रेस नेताओं ने कोई भी ऐतराज मनीष तिवारी (Manish tewari) के इस सुझाव पर नहीं जताया. फिलहाल चुनावी माहौल में विपक्षी कांग्रेसी नेता द्वारा हरियाणा के हितों की अनदेखी वाले बयान पर कांग्रेस को घेर जरूर सकती हैं.

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