पहाड़ों से लेकर मैदान तक झूमकर बरसे बादल, तापमान में आई कमी
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पहाड़ों से लेकर मैदान तक झूमकर बरसे बादल, तापमान में आई कमी

दिल्‍ली समेत देश के कई शहरों में हुआ जलभराव. पहाड़ों से लेकर मैदानोंं तक मौसम हुआ खुशनुमा.

इस तरह बरसे बदरा.

नई दिल्ली : उत्तर भारत से लेकर पश्चिम बंगाल में गुरुवार को भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव हो गया और यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया. राजधानी दिल्‍ली में भारी बारिश के कारण जलजमाव के चलते कई चौराहों पर गड़बड़ी रही और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ. यातायात पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, विवेक विहार अंडरपास, सीमापुरी अंडरपास और गाजीपुर फ्लाईओवर के नीचे यातायात प्रभावित हुआ. एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पश्चिम दिल्ली में गिरधारी लाल गोस्वामी मार्ग पर जल जमाव के कारण नारायणा टी प्वाइंट से लोहा मंडी की ओर जाने वाली सड़क पर भी यातायात प्रभावित हुआ.’’

दिल्‍ली में जलभराव
अप्सरा बार्डर से शाहदरा, सीमा पुरी से अप्सरा बॉर्डर और खैरा मोड़ से नजफगढ़ में बहादुरगढ़ बस स्टैंड पर यातायात प्रभावित होने की खबर है. जलजमाव के कारण दक्षिण दिल्ली में लाल कुआं से बदरपुर तक यातायात में व्यवधान हुआ. यातायात पुलिस ने भी अपने टि्वटर हैंडल से मोटर सवारों के लिए परामर्श भी जारी किया है. शहर में रात भर और गुरुवार सुबह तक भारी बारिश हुई है. 

हिमाचल में खुशनुमा हुआ मौसम
मौसम वैज्ञानिकों ने दिन के दौरान और अधिक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. हिमाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बीते 24 घंटों के दौरान लगातार बारिश के चलते पारे में गिरावट आई तथा लाहौल और स्पीति जिले में केलांग गुरुवार को प्रदेश का संबसे ठंडा स्थान रहा. मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह तक एकत्र डाटा के अनुसार सिरमौर जिले के पोंटा साहिब में सबसे अधिक 139.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. पिछले 24 घंटे के दौरान धर्मशाला में 134.4 मिमी, कांगड़ा में 133 मिमी, पालमपुर में 120 मिमी और नाहन में 96.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई.

केलांग रहा ठंडा
सिंह ने बताया कि 12.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ केलांग सबसे ठंडा स्थान रहा. उन्होंने बताया कि कुफरी और मनाली में 14-14 डिग्री, कालपा में 15 डिग्री, शिमला में 17.1 डिग्री और नाहन में 18.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. सिंह ने बताया कि 35.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ ऊना सबसे गर्म स्थान रहा. इसके अलावा भूंटर में 33.2 डिग्री, हमीरपुर में 32.9 डिग्री और बिलासपुर में 32.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.

पंजाब और हरियाणा में भी भारी बारिश
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में आज बारिश के बाद पारे में गिरावट दर्ज की गई. हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, नारनौल, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हिस्से गुरूग्राम एवं फरीदाबाद में बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई. पंजाब के लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, मोहाली, रूपनगर में सामान्य बारिश दर्ज की गई. दोनों राज्यों के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से सामान्य बारिश हो रही है. इसके चलते पिछले कुछ दिनों से अधिकांश इलाकों का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. 

पश्चिम बंगाल में जनजीवन प्रभावित
वहीं, देश के पूर्वी प्रदेश पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और आसपास बुधवार सुबह से लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश और जलभराव के चलते कई स्थानों में गुरुवार सुबह यातायात प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पश्चिम बंगाल में कोलकाता सहित गंगा से सटे जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश होती रहेगी. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दमदम में बुधवार सुबह 8.30 बजे से गरुवार सुबह 11.30 बजे तक सबसे अधिक 118 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसी दौरान दक्षिणी हिस्से में अलीपुर में 60 मिमी बारिश रिकार्ड की गई. 

यूपी में भी बरसे बदरा
मानसूनी स्थितियों की बदौलत उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान अच्छी बारिश हुई जिससे लगभग किसानों के चेहरे खिल गये हैं. आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून उत्तर प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय हो गया है और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई. कुछ स्थानों पर तो भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई. इस अवधि में उरई में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी. इसके अलावा आगरा तथा मथुरा में 15-15, जालौन में 14, आगरा में 13, बरेली में 11, अकबरपुर, हमीरपुर और महरौनी में 10-10, शाहगंज, औरैया, बागपत, मौदहा और खैरागढ़ में नौ-नौ सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी. इसके अलावा राज्य के अन्य विभिन्न हिस्सों में भी रिमझिम फुहारें पड़ीं.

किसानों के चेहरे खिले
इंद्रदेव की इस मेहरबानी से जहां तापमान में खासी गिरावट आयी है, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गये हैं. जून माह और जुलाई के शुरू में उम्मीद से बहुत कम बारिश होने के कारण धान तथा अन्य फसलों की बोआई को लेकर किसान चिंतित थे. मगर इस बारिश से उन्हें राहत मिली है. पिछले 24 घंटों के दौरान मेरठ, आगरा, मुरादाबाद तथा इलाहाबाद में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. वाराणसी, इलाहाबाद, झांसी, आगरा तथा फैजाबाद मंडलों में यह सामान्य से काफी नीचे रहा. अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने का अनुमान है.

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