महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए 3 हजार ऑटो-कैब से जोड़ा गया 'हिम्मत एप'
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महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए 3 हजार ऑटो-कैब से जोड़ा गया 'हिम्मत एप'

इन ऑटो-कैब पर बार कोड लगाया गया है जिसके स्कैन करते हुए मोबाइल धारक कंट्रोल रूम से जुड़ जाएगा.

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में अभियान को हरी झंडी दिखाई.

नई दिल्ली: महिला सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस एप अब 3 हजार आटो-कैब से जोड़ दिया गया है. इन ऑटो-कैब पर बार कोड लगाया गया है जिसके स्कैन करते हुए मोबाइल धारक कंट्रोल रूम से जुड़ जाएगा.

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में अभियान को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक, डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह, नॉर्दर्न रेलवे के डीआरएम एस.सी. जैन, दिल्ली पुलिस की ट्रांसपोर्ट रेंज के स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन, जॉइंट कमिश्नर अतुल कटियार, डीसीपी (जीआरपी) दिनेश कुमार गुप्ता और डीसीपी (मेट्रो) विक्रम पोरवाल के अलावा अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे. 

डीसीपी रेलवे दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि रेलवे, एयरपोर्ट एवं मेट्रो स्टेशन परिसर से चलने वाली कैब और आटो चालकों को इस हिम्मत प्लस एप से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए एक अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत क्यूआर बार कोड लगाया जा रहा. क्यूआर कोड और पुलिस कंट्रोल रूम एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.

दिल्ली में मेट्रो से रोज करीब 30 लाख लोग सफर करते हैं, जबकि एयरपोर्ट से करीब डेढ़ लाख और रेलवे स्टेशनों से 13 लाख लोग सफर करते हैं। ये लोग मेट्रो स्टेशन, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन आने-जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन के अलग-अलग साधनों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि क्यूआर कोर्ड सिस्टम लागू होने से हिम्मत प्लस ऐप के इस्तेमाल को भी और बढ़ावा मिलेगा.

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