आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय ने 20 मार्च को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. संवेदनशील जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश लागू की गयी है और इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है. आंदोलनकारी दिल्ली ओर कूच करने को कोशिश कर रहे हैं.
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चंडीगढ़: आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय ने 20 मार्च को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. संवेदनशील जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश लागू की गयी है और इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है. आंदोलनकारी दिल्ली ओर कूच करने को कोशिश कर रहे हैं.
आंदोलन का लाइव अपडेट
फतेहाबाद में जाट आंदोलनकारी और पुलिस में झड़प में पुलिस अधिकारी घायल, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जीप और बस में आग लगाई.
Haryana:Clash b/w Jat protesters&police in Fatehabad,left protesters and security officials injured.Protesters set a police jeep&bus on fire pic.twitter.com/nZUW0uTBX0
— ANI (@ANI_news) 19 March 2017
जाट आरक्षण आंदोलन को देखते हुए बैरिकेट लगाने से नोएडा-दिल्ली लिंक रोड पर ट्रैफिक बढ़ा.
Traffic builds up on Noida-Delhi link road due to barricading ahead of Jat protests. pic.twitter.com/UeB91odZki
— ANI (@ANI_news) 19 March 2017
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी और हिसार सहित हरियाणा के कई संवेदनशील जिलों में आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता प्रक्रिया (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लोगों के अवैध तौर पर जमा होने पर रोक लगा दी. इन इलाकों की इंटरनेट सेवा अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रोलियों के एक जिले से दूसरे जिले में आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई है. स्थिति से निपटने के लिए सेना को बुलाया गया है.
खट्टर ने प्रदर्शनकारी जाट नेताओं के साथ की वार्ता
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आरक्षण मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में संसद की ओर मार्च करने की योजना बनाने वाले राज्य के आंदोलनकारी जाट नेताओं के साथ आज वार्ता की. प्रशासन ने राजधानी में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए हैं. खट्टर से यहां मुलाकात से पहले ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण होगा और वे वार्ता के बाद अगले कदम का फैसला करेंगे. मलिक ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा. हमारा प्रदर्शन 50 दिनों तक शांतिपूर्ण रहा. हमने सात मांगे की है और हम यहां खुले मन से मुख्यमंत्री और दूसरों से मिलने आए हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि वार्ता से मुद्दे का समाधान होगा..लेकिन हम बैठक के नतीजों के आधार पर अगले कदम का फैसला करेंगे.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह आंदोलन टालेंगे, ‘अगर हम सभी मुद्दों पर सहमति पर पहुंचे तो मैं आपको सूचित करूंगा.’ जाट समुदाय की विभिन्न खापों के 60-70 प्रतिनिधियों के समूह के साथ मलिक पहुंचे. खट्टर के अलावा, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बिरेंद्र सिंह भी बैठक में मौजूद थे।
जाटों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के वास्ते कल के मार्च के मद्देनजर दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में निषेधाज्ञा लागू की गयी है और शांति बनाए रखने के लिए करीब 24,700 अर्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो और सड़क परिवहन को कुछ हिस्सों में नियंत्रित किया गया है और कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं. शिक्षा और सरकारी नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का प्रसार करने वाली एआईजेएएसएस ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए संसद घेराव और दिल्ली सीमा पर धरना देकर सभी राजमार्गों को बंद कर राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च का आह्वान किया है.
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मेट्रो सेवाएं प्रभावित
मेट्रो ट्रेनें आज रात साढ़े ग्यारह बजे के बाद शहर की सीमा के बाहर नहीं जाएगी और मध्य दिल्ली में 12 स्टेशनों को अगले आदेश तक आठ बजे रात से बंद कर दिया जाएगा. दिल्ली पुलिस के निर्देश के तहत गुड़गांव में येलो लाइन स्टेशनों पर, नोएडा में ब्लू लाइन स्टेशनों और फरीदाबाद में वायलेट लाइन स्टेशनों पर सेवा उपलब्ध नहीं होगी. कमाल अतातुर्क मार्ग, सफदरजंग रोड, कौटिल्य मार्ग, बिहार भवन के नजदीक कौटिल्य टी प्वाइंट, तीन मूर्ति से गोल मेठी राउंडबोट और निजामुद्दीन से इंडिया गेट आने वाले मुसाफिरों के लिए जाकिर हुसैन रोड आज रात आठ बजे के बाद से बंद रहेगा.
परामर्श में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि दिल्ली में घुसने से पहले ही प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार या हिरासत में ले लिया जाए. राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों के आवगामन के लिए बसों के आने जाने की अनुमति नहीं है और ट्रैक्टर ट्रॉली की आवाजाही पर पाबंदी लगायी गयी है. रोहतक, झज्जर और सोनीपत सहित हरियाणा के कई संवेदनशील जिलों में इंटरनेट सेवा रोक दी गयी है. हरियाणा के डीजीपी के पी सिंह ने कहा है कि राज्य से गुजरने वाले सभी राजमार्ग और अन्य सड़कें खुले हैं और सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं.
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