पिछले पांच वर्षों में अल्पसंख्यक वर्ग के तीन करोड़ विद्यार्थियों को मिली छात्रवृत्ति
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पिछले पांच वर्षों में अल्पसंख्यक वर्ग के तीन करोड़ विद्यार्थियों को मिली छात्रवृत्ति

भारत में मुस्लिम, ईसाई, पारसी, सिख, जैन और बौद्ध धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समाज में आते है. 

मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद पांच साल में पांच करोड़ अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति देने का मंसूबा बनाया गया है.

नई दिल्ली: मोदी सरकार पर विपक्ष भले ही अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाता हो, लेकिन पिछले पांच साल के आंकड़े बता रहे है कि केंद्र सरकार अल्पसंख्यक छात्रों पर खूब मेहरबान रही है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने संसद में बताया कि पिछले 5 वर्षों में अल्पसंख्यक वर्ग के 3 करोड़ 14 लाख 39,466 छात्रों को विभिन्न स्कालरशिप दी गयी है. नक़वी ने ये जानकारी राज्यसभा में सदस्य राकेश सिन्हा के अतारांकित प्रश्न के जवाब में दी. 

भारत में मुस्लिम, ईसाई, पारसी, सिख, जैन और बौद्ध धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समाज में आते है. राज्यसभा में नकवी ने बताया कि देश में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या 17 करोड़ 22 लाख 45158 है. वहीं, ईसाई समुदाय की 2 करोड़ 78 लाख 19588, सिख 2 करोड़, 8 लाख 33116, बौद्ध 84 लाख, 42972, जैन 44 लाख 51753 और पारसी समुदाय की जनसंख्या 57264 है. मुस्लिम समुदाय के 2,40,72,287 छात्र-छात्राओं ने पिछले पांच सालों में प्री-मैट्रिक,पोस्ट-मैट्रिक, मेरिट-कम-मीन्स स्कॉलरशिप का लाभ उठाया, जोकि मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या का 13.98 प्रतिशत है.

ईसाई समुदाय के 36,84636 छात्र-छात्राओं को पिछले पांच साल में स्कॉलरशिप दी गई, जो ईसाई समुदाय की जनसंख्या का 13.24 प्रतिशत है. सिख समुदाय के 25,17,167 छात्र-छात्राओं को पिछले पांच साल में स्कॉलरशिप दी गयी, जो सिख समुदाय की जनसंख्या का 12.08 प्रतिशत है. बौद्ध समुदाय के 7,82,139 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दी गई हैं, जो बौद्ध समुदाय की जनसंख्या का 9.26 प्रतिशत है. 

वहीं, जैन समुदाय के 3,79,444 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दी गई हैं, जो जैन समुदाय की जनसंख्या का 8.52 प्रतिशत है. इसके अलावा पारसी समुदाय के 3793 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दी गई हैं, जो की पारसी समुदाय की जनसंख्या का 6.62 प्रतिशत है. मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद पांच साल में पांच करोड़ अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति देने का मंसूबा बनाया गया है और इस पर तेजी से अमल करनी की बात कही जा रही है.

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