दिल्ली में ई-चालान की शुरुआत, अब घर बैठे कर सकेंगे चालान का भुगतान
Advertisement

दिल्ली में ई-चालान की शुरुआत, अब घर बैठे कर सकेंगे चालान का भुगतान

इस सिस्टम के जरिए वाहन चालकों का चालान रजिस्ट्रेशन वाहन के नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन नंबर पर एसएमएस के जरिए भी पहुंचेगा और रजिस्ट्रेशन वाहन के पते पर भी पहुंचेगा. ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम के चालू होने से अब लोग घर बैठे वाहन का चालान भर सकेंगे.

दिल्ली में ई-चालान की शुरुआत, अब घर बैठे कर सकेंगे चालान का भुगतान

नई दिल्‍ली: राजधानी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने शुक्रवार को ई-चालान और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम का उद्घाटन किया. इस सिस्टम के जरिए वाहन चालकों का चालान रजिस्ट्रेशन वाहन के नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन नंबर पर एसएमएस के जरिए भी पहुंचेगा और रजिस्ट्रेशन वाहन के पते पर भी पहुंचेगा. ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम के चालू होने से अब लोग घर बैठे वाहन का चालान भर सकेंगे.

इसके लिए वे किसी भी क्रेडिट या डेबिट कार्ड का प्रयोग करने के साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता धारक नेट बैंकिंग से भी चालान का भुगतान कर सकेंगे. इस दौरान स्पेशल सीपी ताज हसन, एनआइसी की डीजी डॉ. नीता वर्मा, ट्रैफिक के जॉइंट कमिश्नर के जगदीशन, मीनू चौधरी सहित दिल्ली पुलिस और एनआइसी के अधिकारी मौजूद रहे.

इस मौके पर पुलिस कमिशनर ने कहा कि नई तकनीक से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने और लोगों को चालान भुगतने में सुविधा होगी. इस सिस्टम की शुरूआत में एक हजार मशीनें यातायात पुलिस विभाग को दी गई हैं, जिससे मौके पर चालान किए जाने के साथ भुगतान भी क्रेडिट कार्ड या एटीएम कार्ड के जरिए किया जा सकेगा.

यह परियोजना पूरी तरह से मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर (एमएचए) द्वारा वित्त पोषित है. एनआइसी की प्रमुख सेवाएं दिल्ली पुलिस को सरकारी विभाग होने के कारण मुफ्त दी जाती हैं. एनआइसी सॉफ्टवेयर सपोर्ट, डेवलपमेंट के लिए मैनपावर और सर्वर, डिजास्टर साइट्स, एनसीआरबी, आइआरडीए और देश की विभिन्न राज्य परिवहन प्राधिकरण के डेटाबेस को एकीकृत करके तकनीक को रीढ़ की हड्डी की तरह से सहयोग कर रहा है..ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन मालिक का पूरा डेटाबेस अब एनआइसी के पास उपलब्घ है.

चालान के समय पता लगेगा वाहन चोरी का तो नहीं
जिस समय दिल्ली पुलिस किसी भी वाहन का चालान करेगी तो वाहन के नंबर के आधार पर उसकी पूरी जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी..ई-चालान सिस्टम एनसीआरबी से जुड़ा हुआ है, ऐसे में यह जानकारी भी पलक झपकते ही मिल जाएगी कि वाहन चोरी का तो नहीं है..वहीं वाहन का पहले कितनी बार चालान हो चुका है

अन्य राज्यों की पुलिस के पास भी पहुंचेगा चालान का डेटा
जिस भी वाहन चालक का राजधानी दिल्ली में चालान कटेगा, उस वाहन संख्या के आधार पर संबंधित राज्य के आरटीओ के पास भी वाहन का चालान होने की जानकारी मिल जाएगी..जिससे किसी भी राज्य में किसी भी वाहन के चालान के बारे में आसानी से जानकारी हो सकेगी.

वाहन चालक की पूरी डिटेल होगी पुलिस के पास
सारथी एप के जरिए एनसीआरबी से सभी वाहन चालकों के लाइसेंस का डेटा भी लिया गया है. जिससे वाहन चालक के लाइसेंस का नंबर डालते ही सिस्टम उसके बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करा देगा. इससे यह भी पता लग जाएगा कि लाइसेंस फर्जी तो नहीं है..लाइसेंस धारक का पहले कितनी बार और किस नियम के उल्लंघन पर चालान हो चुका है, इस जानकारी भी मिल जाएगी.

Trending news