भाजपा कार्यकर्ताओं-वकीलों के बीच संघर्ष के मामले में जांच करेगी पुलिस
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भाजपा कार्यकर्ताओं-वकीलों के बीच संघर्ष के मामले में जांच करेगी पुलिस

भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के चुनाव कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं और कुछ वकीलों के बीच संघर्ष का मामला आज यहां एक अदालत में पहुंच गया जिसने दिल्ली पुलिस को मामले में जांच का आदेश दिया।

नई दिल्ली : भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के चुनाव कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं और कुछ वकीलों के बीच संघर्ष का मामला आज यहां एक अदालत में पहुंच गया जिसने दिल्ली पुलिस को मामले में जांच का आदेश दिया।

कड़कड़डूमा अदालत के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुनील बेनीवाल ने संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) से मामले में जांच करने और पांच फरवरी को रिपोर्ट दाखिल करने को कहा।

संघर्ष के दौरान वकीलों द्वारा कथित तौर पर तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को चोटिल करने के संबंध में अदालत ने कहा, चोटों की प्रकृति के संबंध में सरकारी संस्थाओं या अस्पताल से निष्पक्ष राय ली जाए। अदालत ने कहा, मामला गंभीर प्रकृति का होने की वजह से संबंधित एसीपी को खुद मामले में जांच करने का और पांच फरवरी, 2015 को रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया जाता है। किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को भी सबूत के तौर पर एकत्रित किया जाएगा।

दिल्ली उच्च न्यायालय बार संघ के अध्यक्ष वकील राजीव खोसला की अर्जी पर यह आदेश आया है जिसमें उन्होंने मामले में अदालत की निगरानी में और निष्पक्ष जांच की मांग की है। मामले में वकीलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। याचिका में कहा गया है कि वकील शांतिपूर्ण जुलूस निकाल रहे थे और किसी के साथ उन्होंने अभद्रता नहीं की थी।

इसमें कहा गया है, यह जुलूस कड़कड़डूमा अदालत में समाप्त हो गया। हालांकि शाम को वकील समुदाय यह जानकर हैरान था कि किरण बेदी और उनके विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता मीडिया में यह कहकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं कि वकील भाजपा दफ्तर में घुस आये और तोड़फोड़ की तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ डंडों से मारपीट की गयी।

 

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