सुषमा स्वराज के मायके अंबाला में भी शोक की लहर, भाई-भाभी दिल्ली के लिए निकले
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सुषमा स्वराज के मायके अंबाला में भी शोक की लहर, भाई-भाभी दिल्ली के लिए निकले

दिल्ली में सुषमा स्वराज के निवास स्थान धवनदीप बिल्डिंग में सुबह 11 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा. 

सुषमा स्वराज के मायके अंबाला में भी शोक की लहर, भाई-भाभी दिल्ली के लिए निकले

अमन कपूर, अंबालाः पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मौत की खबर जैसे ही उनके मायके अंबाला कैट पहुंची तो इलाके के लोग सुषमा के घर के बाहर पहुंचना शुरू हो गए. सभी ने परिवार को इस दुख की घड़ी में सुषमा ढांडस बंधाया. सुषमा स्वराज के परिवार को जैसे ही उनकी मौत की खबर मिली, उनके भाई व भाभी दिल्ली की तरफ रवाना हो गए. अंबाला कैंट रेजिमेंट बाजार की रहने वाली सुषमा स्वराज का बचपन यहीं बीता था. उसके बाद 1990 में सुषमा केंद्र की राजनीति में चली गईं थी. सुषमा स्वराज के पड़ोस के रहने वालों को भी उनकी मौत की खबर सुन गहरा आघात पहुंचा है. पड़ोसियों ने जताया दुख, कहा खबर सुन नही हो रहा विश्वास.

दिल्ली में सुषमा स्वराज के निवास स्थान धवनदीप बिल्डिंग में सुबह 11 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा. तीन बजे के बाद लोधी रोड शमशान भूमि में अंतिम संस्कार की रस्म अदा होगी.  

बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. वह 67 वर्ष की थीं. एम्स के सूत्रों ने बताया कि स्वराज को रात 10 बजकर 15 मिनट पर अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.

7:23 PM पर पीएम मोदी को किया था धन्यवाद ट्वीट
स्वराज ने मंगलवार शाम 7:23 PM पर जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के लोकसभा में पास हो जानेे पर खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया था, जिसमें लिखा, 'प्रधान मंत्री जी - आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.' 

परिवार के लोगों का कहना है कि रात करीब 9 बजे उन्हें बेचैनी महसूस हुई. आनन-फानन में उन्हें एम्स ले जाया गया. यहां डॉक्टरों की टीम ने उनकी हालत में सुधार लाने की पूरी कोशिश की, लेकिन संभव नहीं हो सका. 

हरीश साल्वे से हुई थी बात
स्वराज ने मंगलवार रात करीब 8:50 PM पर प्रसिद्ध वकील हरीश साल्वे (Harish Salve) को फोन करके कहा था कि बुधवार को वह अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने की फीस लेकर जाएं. हरीश साल्वे ने महज एक रुपए की फीस के एवज में अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में कुलभूषण जाधव के केस की पैरवी की थी. खुद सुषमा इस बात को ट्वीट करके बताया था. फिर एक घंटे बाद उनका निधन हो गया. साल्वे ने उनके निधन के बाद मीडिया को यह जानकारी दी.

साल्वे ने कहा, "मैंने मंगलवार रात करीब 08:50 पर उनसे बातचीत की. यह बहुत ही आत्मीय बातचीत थी. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनके मुलाकात करूं. वह मुझे जाधव केस की 1 रुपये फीस देना चाहती थीं. मैंने कहा मैं उस बहुमूल्य फीस को लेने जरूर आऊंगा."

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