दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में चल रहे टकराव के बीच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के प्रमुख के तौर पर एमके मीणा की नियुक्ति के कुछ ही दिन बाद उनके दफ्तर के अंदर एक संदिग्ध रिकॉर्डिंग उपकरण पाया गया।
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नयी दिल्ली : दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में चल रहे टकराव के बीच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के प्रमुख के तौर पर एमके मीणा की नियुक्ति के कुछ ही दिन बाद उनके दफ्तर के अंदर एक संदिग्ध रिकॉर्डिंग उपकरण पाया गया।
सूत्रों के अनुसार, यह जासूसी उपकरण पेन की शक्ल का एक रिकॉर्डर है। अपने डेस्क की सफाई के दौरान मीणा ने इसे देखा था। उपकरण मिलने के तुरंत बाद यह सुनिश्चित करने के लिए जांच शुरू की गई कि इसे जानबूझकर लगाया गया था या फिर यह गलती से छूट गया।
बहरहाल, आरंभिक जांच में यह पता चला कि उपकरण में कोई वीडियो या ऑडियो रिकॉर्डिंग नहीं है। पुलिस मीणा के कार्यालय में इस तरह के उपकरण रखने के पीछे की मंशा का पता लगा रही है।
दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने केजरीवाल की पसंद एसएस यादव को दरकिनार करते हुए इस पद पर मीणा को नियुक्त किया था। इस फैसले पर आम आदमी पार्टी सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया की थी। सचिव और निदेशक (सतर्कता) सुकेश कुमार जैन ने मीणा की नियुक्ति के तुरंत बाद उनको वापस दिल्ली पुलिस में जाने को कहा था क्योंकि दिल्ली एसीबी में इस तरह का कोई पद नहीं है।
इसके बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह की कथित आत्महत्या मामले में मीणा उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।