यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार, सीएम केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक
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यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार, सीएम केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक

इस स्थिति के मद्देनजर अधिकारी अब निचले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के काम में जुट गए हैं.

खतरे के निशान के ऊपर बह रही है यमुना (फोटो साभार - PTI)

नयी दिल्ली:  यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और शनिवार शाम पांच बजे यह 205.20 मीटर तक पहुंच गया. वहीं दिल्ली में बाढ़ के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक आपात बैठक बुलाई है. वहीं इस स्थिति के मद्देनजर अधिकारी अब निचले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के काम में जुट गए हैं.

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘हरियाणा ने पांच लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा है. हालात पर चर्चा के लिए आपात बैठक बुलाई. यह पानी कल शाम तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है. प्रशासन जहां से भी लोगों को निकालकर ले जा रहा है, वहां पर उनसे सहयोग करने को कहा जा रहा है. सारे विभाग हाई अलर्ट पर हैं. बाढ़ से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति के लिए नियंत्रण कक्ष का नंबर 1077 है.’ 

इस बीच, हरियाणा के यमुनानगर जिले में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी का जल स्तर 90,000 क्यूसेक के खतरे के निशान को पार कर गया और शाम पांच बजे तक 5,03,935 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. लगातार हो रही बारिश के कारण नदी का जल स्तर और बढ़ने की आशंका है. 

यमुना का जलस्तर और बढ़ने की संभावना
एक अधिकारी ने बताया कि पुरानी दिल्ली रेलवे पुल पर यमुना नदी का जल स्तर शाम पांच बजे तक बढ़कर 205.20 मीटर हो गया और इसमें और बढ़ोतरी होने की आशंका है. 

शनिवार सुबह जारी एक बयान में कहा गया था, 'दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जल स्तर 28 जुलाई की सुबह सात बजे 204.92 मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से ऊपर है. जल स्तर में और वृद्धि हो रही है.’ एक अधिकारी ने बताया कि यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद शुक्रवार को चेतावनी जारी की गयी थी. 

बयान के मुताबिक, ‘सभी कार्यपालक इंजीनियरों / क्षेत्र के अधिकारियों को पानी जारी करने, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर और केंद्रीय जल आयोग / एमईटी के परामर्श या पूर्वानुमान के बाबत नियंत्रण कक्ष से लगातार संपर्क में रहने और उचित उपाय करने का अनुरोध किया गया है ताकि बाढ़ जैसी स्थिति से बचा जा सके.’ 

परामर्श में कहा गया, ‘‘केंद्रीय जल आयोग, ऊपरी यमुना संभाग-नई दिल्ली ने दिल्ली रेलवे पुल (उत्तरी दिल्ली) के लिए बाढ़ का पूर्वानुमान जारी किया है. दिल्ली रेलवे पुल पर पानी का स्तर 28 जुलाई को सुबह नौ बजे 205 मीटर था (चेतावनी का स्तर 204.00 मीटर है).’

पश्चिम उत्तर प्रदेश और पड़ोसी इलाकों में बारिश की संभावना
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और इसके पड़ोसी इलाकों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि इससे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों के दौरान बारिश होगी और कहीं-कहीं पर ‘भारी से लेकर बहुत भारी बारिश’ होने की संभावना है.

इस बीच, हरियाणा के यमुनानगर में यमुना नदी का जल स्तर पांच लाख क्यूसेक को पार करने के बाद जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है. हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी के जल स्तर में इतनी बढ़ोतरी हुई है. 

बहरहाल, हालात को नियंत्रण में बताते हुए जिला प्रशासन ने कहा कि बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए सारे जरूरी इंतजाम किए गए हैं. यमुनानगर के उपायुक्त गिरीश अरोड़ा ने बताया, ‘यमुना नदी का जलस्तर अभी 5.25 लाख क्यूसेक के निशान को छू चुका है और हम हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं.’ 

उन्होंने बताया, ‘हमने जिले के 70 से ज्यादा गांवों को सतर्क कर रखा है. इसके अलावा, करनाल, पानीपत और सोनीपत में जिला प्रशासन को यमुना नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी की सूचना दी गई है.’’

अधिकारियों ने दिल्ली प्रशासन को भी जल स्तर में बढ़ोतरी को लेकर आगाह किया है. यमुना नदी के आसपास रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है.

(इनपुट - भाषा)

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