दरअसल इस विवाद की रूपरेखा पिछले कई दिनों से तैयार हो रही थी.
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नई दिल्ली: जेएनयू (JNU) परिसर में रविवार रात हुई हिंसा के बाद देशभर के छात्रों में आक्रोश है. लेकिन सवाल है कि आखिर क्या विवाद है जिसकी वजह से रविवार को यूनिवर्सिटी में हिंसा का तांडव हुआ. दरअसल इस विवाद की रूपरेखा पिछले कई दिनों से तैयार हो रही थी. कई दिनों से लेफ्ट (LEFT) और एबीवीपी (AVBP) संगठन आमने-सामने थे.
1 जनवरी
जेएनयू में 1 जनवरी से विंटर सेमेस्टर का रजिस्ट्रेशन जारी था लेकिन फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे छात्र रजिस्ट्रेशन से रोक रहे थे. रजिस्ट्रेशन की आख़िरी तारीख 5 जनवरी थी.
3 जनवरी
लेफ्ट समर्थक छात्रों ने जबरदस्ती कंप्यूटर सर्वर बंद करा दिया. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को रोकने के लिए यह सर्वर बंद करवाया गया था. रजिस्ट्रेशन का विरोध कर रहे छात्रों ने कई विभागों में ताला लगा दिया था.
4 जनवरी
स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज़ का ताला खुलवाया गया, रजिस्ट्रेशन दोबारा शुरू हुआ. 4 जनवरी तक 1500 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था. बता दें 5 जनवरी तक 8000 छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना था. दोपहर 3 बजे लेफ्ट समर्थक छात्रों ने फिर सर्वर बंद करने की कोशिश की. सर्वर बंद करने की कोशिश के बाद दो छात्र गुटों के बीच झड़प हुई. दोनों छात्र गुटों की तरफ से रविवार सुबह 10 बजे छात्रों को इकट्ठा होने को कहा गया.
रविवार शाम (5 जनवरी) को जेएनयू में क्या-क्या हुआ
-रविवार को छात्रों के दो गुटों में मारपीट और तोड़फोड़ हुई. रविवार 4:30 PM- रजिस्ट्रेशन का विरोध कर रहे आंदोलनकारी छात्र हॉस्टल पहुंचे. आंदोलन कर रहे छात्रों ने उन छात्रों की पिटाई की जो रजिस्ट्रेशन कराना चाहते थे
-कुछ देर बाद कई नकाबपोशों ने कैंपस में घुसकर तोड़फोड़ की. नकाबपोश हमलावरों ने छात्र-छात्राओं की पिटाई की. नकाबपोश डंडे, हॉकी और लोहे के रॉड से लैस थे. छात्रों, हॉस्टल और गाड़ियों पर डंडे और पत्थर से हमला किया गया. कैंपस में नकाबपोशों ने करीब 2 घंटे तक हंगामा किया
-JNU के घायल छात्रों का एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया. JNU के करीब 25 छात्र हिंसा में घायल हुए. घायल 19 छात्र और 1 टीचर का एम्स में इलाज चल रहा है. हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी घायल हुईं.
-लेफ्ट समर्थक छात्रों ने ABVP पर हमले का आरोप लगाया. ABVP ने लेफ्ट छात्र संगठनों पर हमले का आरोप लगाया
-गृह मंत्रालय ने JNU की हिंसा की जांच के आदेश दिए. HRD मंत्रालय ने JNU वाइस चांसलर से रिपोर्ट मांगी
-JNU प्रशासन ने हिंसा की निंदा की, शांति की अपील की